“प्रिय पाठको!
ये एकल काव्य संग्रह "एहसास कई सारे" इसमें मैने अपनी जिंदगी में गुजरने वाले सभी एहसासों को कविता और शायरी में कहने की कोशिश की है। दुनिया में हर इंसान कभी न कभी इन सभी एहसासों से गुजरता है। जिंदगी में सुख,दुख,आनंद,चिंता,गुस्सा, डर आदि एहसास चलते रहते है। कोई ध्यान से मनन करके इनका उपयोग अपनी जिंदगी अच्छी बनाने में करता है तो कोई आने वाले कल की फिक्र से और डर से हार जाता है लेकिन असली मज़ा तो इन सभी एहसासों को जीने में ही है। वो इंसान ही क्या जिनके अंदर कोई एहसास न हो या जो किसी के एहसासों को न समझ सके। बस इसी सोच के साथ मैने इस किताब में कविताओं को संकलित किया ही। आशा है आप सबको ये किताब पसंद आएगी और किताब को पढ़कर कही न कही आप अपनापन महसूस करेंगे तथा जिंदगी के प्रति अपना नया दृष्टिकोण विकसित करेंगे। साथ ही ये भी महसूस करेंगे कि कही न कही कभी न कभी हर कोई आपकी तरह ही सोचता ही और महसूस करता है।