गुणवंती और जैनब के प्रयासों से रचित यह पुस्तक, पितृ दिवस का उपहार है। यह पुस्तक जीवन में पिता के महत्व को दर्शाती है। इसमें पिता के लिए लिखे गये लेखों का संकलन है। पिता के लिए विशिष्ट एहसासों का बोध कराती यह पुस्तक पिता के प्रति प्रेम को एक नया आयाम देती है।