गुरुवंदना
सृष्टि में जन्म से लेकर मृत्यु तक के सफर में बाल्यावस्था, किशोरावस्था, प्रोढ़ावस्था से लेकर वृद्धावस्था तक का पढ़ाव तय करते हुए हम निरंतर कुछ ना कुछ सीखते ही रहते हैं। जिंदगी के लेखा - जोखा समझने से लेकर जिम्मेदार इंसान होने तक का सफ़र, हमारी माँ, बाबा, परिवार, मित्र, समाज और हमारे शिक्षक हमें कुछ न कुछ सिखाते ही रहते हैं। उच्च शिक्षा, लक्ष्य प्राप्ति कर अपने पैरों पर खड़े होने का हौसला, संस्कारो से शिक्षित कर हमारी जिंदगी को और अधिक सुंदर एवं प्रेरणादायक बनाते हैं। हमारे माता- पिता से लेकर हर वो व्यक्ति जिनसे हमें जीवन में कुछ ना कुछ ज्ञान प्राप्ति हुई है उन सभी गुरुओं को गुरु दक्षिणा तो हम नहीं दे सकते। इसीलिए ये संकलन एक छोटा सा प्रयास है अपने गुरुओं को गुरु दक्षिणा समर्पित करने का।।