क्या एक अच्छा वक्ता बनने के लिए हकलाना को हराया जा सकता है? इसका जवाब है हाँ। हकलाना आपसे हार जाएगा और आप ज़रुर सफलता के शिखर पर पहुंचेंगे, यदि आप खुद पर विश्वास करते हैं और आवश्यक प्रयास करने के लिए तैयार हैं।
यह कैसे होगा? हकलाना अक्षरों और शब्दों के मनोवैज्ञानिक भय से उत्पन्न चिंता के कारण होता है। इसका मतलब है कि आपके अवचेतन मन (सबकॉन्शियस माइंड) ने इस तथ्य को स्वीकार कर लिया है कि आप एक विशिष्ट अक्षर या शब्द नहीं बोल पाएंगे। यह झूठ धीरे-धीरे एक विश्वास बन जाता है, और यह विश्वास कुछ समय में इस झूट को वास्तविक बना देता है। और आपमें हकलाहट की आदत घर कर लेती है। यदि आप अपने अवचेतन मन से इस दोषपूर्ण सोच से छुटकारा पा लेते हैं, तो आपकी चिंता अपने आप कम हो जाएगी और आपको बिना बोलने की बाधाओं के बिना एक बेहतर वक्ता बनाने में मदद मिलेगी।
हम उन लोगों के विचारों, अभ्यासों और तकनीकों को साझा करेंगे जिन्होंने अतीत में अपने हकलाने को सफलतापूर्वक हरा दिया है और अपने काम में सफलता और संतुष्टि के साथ अच्छे वक्ता बन पाए हैं।
अगर आप अपने हकलाने से पूरी ताकत से लड़ना चाहते हैं तो यह किताब आपके संघर्ष में आपके साथ खड़ी रहेगी। यदि आप अपने आप से बहुत अधिक अपेक्षाएं रखते हैं और मानते हैं कि आप हकलाने के अपने मनोवैज्ञानिक डर को हराने में सक्षम होंगे, तो आइए हम बिना हकलाहट के और उत्कृष्ट बोलने की यात्रा शुरू करते हैं।