मोदी को मारना ही भाजपा को गिराने और सत्ता हथियाने का एकमात्र तरीका है, कार्य खतरे से भरा हुआ है क्योंकि माओवादियों ने अतीत में थोडी सफलता के साथ उन्हें मारने की कोशिश की है, उनकी योजना को एक सतर्क पुलिस और प्रशासन द्वारा पहले ही विफल कर दिया गया था। २०२४ के आम चुनावों से पहले राम मंदिर का पुनर्निर्माण करना है और कट्टरपंथी इस्लामी समूह उसके खून के प्यासे हैं। बीच में हम देखते हैं कि मुख्य सुरक्षा सलाहकार अजीत पाल अपने सहायक अमित खन्ना की मदद से प्रधानमंत्री के लिए एक अभेद्य सुरक्षा कवच तैयार करते हैं। क्या वे नरेंद्र मोदी की जान बचाने में सफल होंगे या पीएम अपना अंत कर लेंगे।