In this book, आइडेंटिटी
“पहले तो लगा कि दो लोगों की शक्ल एक जैसी हैं। और पहचान एक वैज्ञानिक परीक्षण के बाद सामने आ जाएगी। क्योंकि एक ने दूसरे का चेहरा चुरा लिया था। पर चेहरे चोरी होने के बाद वो शक्स भी गायब हो गया। तो संदेह होना उपयुक्त था। पर एक आत्मा ने केस की दिशा और दशा ही बदल दी। क्या वह कोई आत्मा थी? या कुछ और? वह क्या कहना चाहती थी? साथ ही इन सबके बीच क्या कोई राज था? आइए, असली मुजरिम की आइडेंटिटी तलाशते है।”