जपनम : अर्थात भगवान के नाम का जप। यह किताब सिर्फ राधेकृष्ण के नाम का जप नही अपितु उनके लिए एक समय के लिए तप है । केवल प्रेम से पढ़ने वाले शब्द 'राधेकृष्ण' ही इस किताब के मनतावाओं को पूर्ण करने की चेष्टा रखेगा।
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Japnam / जपनम
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प्रिंस कुमार
मेरे आदर्श और मेरी एकमात्र प्रेरणा राधे कृष्ण हैं। उनसे मिलने का एकमात्र तरीका प्रेम और ध्यान के माध्यम से उनका नाम जपना है। मैं उनके काम और उनकी विचार प्रक्रिया की पूजा करता हूं। एक बार कृष्ण ने कहा था 'तुम्हें मेरा दिया हुआ काम बिना इच्छा के किसी भी हालत में करना है, इसलिए मेरे नाम का जप करके काम करो और मैं तुम्हें काम पूरा करने की शक्ति दूंगा' और मुझे वास्तव में यह महसूस हुआ। बस 'राधे-राधे' कहकर अपना काम करने की कोशिश कर रहा हूं और किताबें लिखकर अपना अनुभव साझा करने की कोशिश कर रहा हूं। धन्यवाद।