आभार
पुस्तक के विकास में सहयोग के लिए हमारे पति- नागसेन अंबादे (शिक्षक ) माता- पिता , हमारे भाई और निधान सर से सहयोग औऱ हिम्मत मिली. हम इन सबका आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने हर संभव सहयोग हमे दिया।
प्रेरणा
रचनायें लिखने के लिए हमे समाज में जो घटित हो रहा हैं । उसे देख खुद के अनुभव से औऱ गुलज़ार जी की रचनायें पढ़कर हमे रचनायें लिखनेकी प्रेरणा मिली ।
आधारित रचनायें
समाज में जो घटित हो रहा हैं वो हमने खुद के अनुभव से रचनाओं में लिख़ने का प्रयास किया हैं । जिसे पढ़ हर किसिको जीने के लिए नई दिशा मिल सके ।इसमें से क़ुछ रचनायें दोस्ती पर ,तो क़ुछ पेड़ पौधों पर आधारित हैं। जैसे- 1)सत्ता 2) छुऑंछुत 3)भ्रूण हत्या, नन्हीं कली की व्यथा
4)नीला अंबर
5) निरक्षरता
6)घमंड
7)पेड़ की कहानी
8)माँ-बाप
9)सुन ये मित्र
10)भूली-बिसरी यादें
11)नारी एक बलिदान
12)जगहं
13)वृद्धाश्रम
14)बचपन अभी गया नहीं
15)मुझको अकेला छोड़ गया
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