क़लम ए इश्क़.............. एक कविता संग्रह और शायरी संग्रह का ऐसा मेल है जो बहुत ही सराहनीय है। एक ओर पंकज सिंह की कविताएं जिसमें उन्होंने बहुत ही सरल भाव से अपने मन की व्यथा का वर्णन किया है और अपनी शायरी से हमारे मन को बड़ा लुभाया है।
तो वहीं दूसरी ओर है शुभम् सिंह जिनकी शायरी अपने आप में मानो पूरी एक किताब है, कुछ ही शब्दों में उन्होंने बहुत सी बातें कहना चाहा है और कहा भी है। उनकी कविताएं भी अलग भाव में मन को लुभा रही है उनकी प्रस्तुति बहुत ही अद्वितीय है। उनका कहना है वो इश्क़ में लिखते बहुत है और इस बात को उन्होंने अपनी एक कविता में बड़ी सुंदरता से दर्शाया है।