“कलम मे जान हैं ” एक साहित्यक पुस्तक है। जिसे पढ़कर आप लोग स्वयं को इससे जुड़ा हुआ पाएँगे और साथ ही इसका आनंद भी उठाएंगे। इस पुस्तक मे कुछ पल जो मेरे दिल को प्रभावित किये तब मेरे मन उठे जज़्बातों को मैंने काव्य के रूप मे प्रस्तुत किया हैं । ज़िन्दगी बड़ी अहम होती है इसलिए इसको जितना जीना है खुशी से जियों। क्योंकि पता नही कब कोई पल आखरी पल बन जाए। इसलिए हमेशा ऐसा जियो जिससे किसी को दुख ना पहुँचे और अहम यह नहीं कि आप किसी की खुशी की वजह बने। अहम यह है कि आप और आपके आस-पास खुश है | “कलम मे जान हैं ” बहुत अच्छी पुस्तक है। इस पुस्तक में कवि ने अपनी प्रतिभा का जादू दिखाया है, जिसे पढ़कर आप सभी लोग अपने को इनसे अलग नहीं कर पाएँगे। आशा है कि आप सभी लोग इस पुस्तक को पढ़कर विशेष आनंदनुभूति का अनुभव करेंगे, आपके बहुमूल्य प्रतिक्रिया हमारे साथ साझा करेंगे।