'कौन है वो नाज़नीं' काव्य सँग्रह में जीवन की वास्तविकता को दर्शाती बहुत ही दर्दभरी शायरी और ग़ज़लों, आदि रचनाओं का सँग्रह किया गया है. इसमें हृदय की आंतरिक भावनाओं को बहुत ही खूबसूरत ढंग से चित्रित किया गया है।
हम उम्मीद करते हैं कि ये कविता सँग्रह आपको असीम आनन्द की अनभूति कराएगा।इसका एक एक शब्द बहुत ही गहरा भाव रखता है।
रघुवंशी जी का यह 11वां काव्य संग्रह है, इनके अन्य काव्य सँग्रह 1.इश्क़ गुनाह है , 2.मैं आवारा , 3.मैं मानव हूं , 4.दर्द-ए-दिल , 5.अधूरी मोहब्बत, 6.चांद सा चेहरा, 7.मंजिल हो तुम, 8."जिंदगी कुछ नहीं" 9." इश्क है खुदकुशी " और 10. "मुमकिन नहीं है तुम बिन" आदि प्रकाशित हो हो चुके हैं। जिसमें बहुत ही हृदय स्पर्शी गीत, ग़ज़लों, कविताओं, अशआर और शायरियों का संग्रह किया गया है।
जिन्हें आप ऑनलाइन नोशन प्रेस पब्लिकेशन के स्टोर से , Amazon या Flipkart से मंगा सकते हैं।
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