पवन त्रिवेदी जी के द्वारा रचित इस पुस्तक "" लेखक रंग" ( व्यक्तिगत और समजिक दर्शन)
में जीवन और हमारे परिवेश में हुए अहम बदलाव के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया है जिसमें इन्होंने कहानी कविताओं और ग़ज़लों माध्यम से जीवन में घटित होने वाली घटनाओं को लोगों के समक्ष रखा गया है उन्होंने प्रयास किया है कि जो घटनाएं इनके साथ घटित हुई हैं वह यह कलम से उतार सकें और लोगों तक पहुंचा सके जिसमें इन्हें साहित्य एक अच्छा माध्यम लगा। पुस्तक में कई रचनाएं मौजूद हैं जिनमें से गरीबी महिला सशक्तिकरण मुख्य रूप से शामिल है, अंतर्मन से इस पुस्तक का नाम दिया गया है कहानी आशा है कि आपको यह पुस्तक पसंद आएगी।