यह मेरा प्रथम काव्य संग्रह है जिसमें मैंने विभिन्न विषयों पर अपने विचारों को कविताओं के रूप मे आपके समझ प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। जैसा आप सभी ने सुना है "जहाँ ना पहुंचे रवि, वहाँ पहुंचे कवि" और यही एक कवि की सार्थकता है। इसी को चरितार्थ करते हुए मैंने अपनी कविताओं मे कुछ ऐसे विषयों को भी छूने का प्रयास किया है शायद हमसे अछूते रह जाते हैं।
मैं आशा ही नहीं करती वरन् पूर्ण विश्वास रखती हूं कि मेरा यह सामाजिक झलकियों का संग्रह आप सभी का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करेगा और आप तक मेरे विचारों को पहुंचाने में सफल रहेगा।