बीते समय की यादें, वर्तमान का संघर्ष और भविष्य के सुनहरे सपने। यही तीन काल हैं जिनमें उलझते, जूझते हुए मनुष्य का पूरा जीवन गुजर जाता है। लेकिन इसी संघर्ष में व्यक्ति बहुत से अनुभव अपने साथ तैयार करता है। इन्हीं संघर्षों, सपनों और यादों का समावेश है यह पुस्तक। पहली पुस्तक 'मन का काव्य' के बाद यह पुस्तक 'मन का दीप' अवश्य ही आपको भी कुछ ऐसी ही सुनहरी यादों, सपनों और संघर्षों की ओर ले जाएगी जिन्हें आप स्वयं महसूस करते हैं।