मौन सृजन..जहां मन कुछ ना कहकर बहुत कुछ कह जाता हैं..! यह किताब मेरे स्नेह प्रेम से जुड़े एक हुए व्यक्ति को मुझ तक सहेजती हैं ,प्रत्येक रचना अपने आप में एक अलग भाव हैं ,जहां सब कुछ केवल नये सृजन की परिभाषा व्यक्त करता हैं..! यह मेरे जीवन की पहली किताब हैं ,जहां मुझे अपने शब्दों को एकत्र करना हैं ,और इस किताब का प्रकाशन मुख्य रूप से मेरे दो प्रिय मित्र श्री आदित्य साहू जी(@adisahu_25) और श्री अविनाश बंजारे जी (@slowcheeta._)के लिए किया गई हैं..! दोनों ही मेरे सोशल मीडिया मित्र हैं ,मेरे लिए इनसे मिलना जैसे कहीं ना कहीं ईश्वर से मिलने समान हैं ,
जहां मेरी बातें ही मेरा परिचय थी ,दोनों ही मेरे मौन मन की प्रार्थनाएं हैं ,साथ ही साल 2021 की बहुत विशेष यादें इनसे जुड़ी हुई हैं ,और यह किताब आज उनके लिए मेरी ओर से एक उपहार हैं..!
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