यह पुस्तक एक पति के द्वारा अपनी पत्नी के लिए लिखी गई सुंदर अल्फाजों का एकसुंदर गुलदस्ता है, यह पुस्तक उसी संदर्भ में लिखी गई है, जिस संदर्भ में एक व्यक्ति पति, माशूक आशिक, तथा प्रेमी बन करके सोचता है, मैंने एक कवि के रूप में इन सब में उतरकर के इस पुस्तक की रचना इस प्रकार से की गई है कि, यह पुस्तक प्रत्येक व्यक्ति की भावनाओं का एक सुंदर गुलदस्ता बनकर के तैयार होता रहे| अगर कोई व्यक्ति किसी स्त्री को प्रेमिका, माशूका, पत्नी,सनम तथा महबूबा के संदर्भ में देखता है, तथा उसे प्राप्त कर चुका है| उस व्यक्ति के लिए यह पुस्तक बड़ी महत्वपूर्ण सिद्ध साबित होगी|