यह किताब मेरे पिता स्व. श्री रामहरी शिवहरे जी और सभी पिताओं को समर्पित है । इस किताब में 37 लेखकों ने अपनी अपनी बेहतरीन रचनाएं दी है जिनमें से कुछ शायरी , कुछ लघु कहानियां हैं संपादक और लेखिका सृष्टि शिवहरे जी ने भिन्न भिन्न प्रांतों से लेखकों को लाकर ये बेहतरीन सांझा संकलन बनाया है उम्मीद है आपको बेहद पसंद आयेगा ।।