Share this book with your friends

Meri Kalam Mere Ahsaas / मेरी कलम मेरे एहसास

Author Name: Sanjana Somani | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

इस पुस्तक में लेखिका ने अपने विचार व्यक्त किए हैं जैसे कि उनके अपने देश के लिए क्या विचार है , दहेज जैसी कुप्रथा के बारे में क्या विचार है इन्होंने महापुरुषों के बारे में भी अपनी इस पुस्तक में लिखा है महिला शक्ति को पुनः स्थापित करने के लिए एक छोटा सा प्रयास करते हुए रानी लक्ष्मीबाई के विषय में लिखा है कि जब एक महिला अपने दुध पीते बच्चे को लेकर अपने देश की रक्षा करने के लिए युद्ध कर सकती है तो आज के आधुनिक युग में क्या कर सकती है अगर निश्चय कर ले तो साथ ही इन्होंने जानवरों की व्यथा के बारे में भी लिखा है असली खुशी क्या है , 2 पीढ़ी के बीच कैसा अंतराल है समझाने का एक छोटा सा प्रयास किया है भाई बहन का रिश्ता हो या मित्र का बहुत कम शब्दों का प्रयोग करते हुए इनका महत्व - इनके मध्य का प्यार बताया है अपने देश की संस्कृति के महत्व को भी रेखांकित किया है साथ ही बेजुबान वस्तु के साथ होने वाले लगाव को भी दिखाया है

Read More...

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book
Sorry we are currently not available in your region.

Also Available On

संजना सोमानी

इस पुस्तक की लेखिका का नाम संजना सोमानी है ये राजस्थान से है और वर्तमान में कलकत्ता में निवास करती है इनकी माता जी का नाम रूक्मणी सोमानी है और इनके पिता जी का नाम मनोज कुमार जी सोमानी है ये 2 भाई 2 बहन है अपने भाई बहन में ये 3 नम्बर पर है इन्होंने अभी अपनी कालेज समाप्त की है इन्हें नए मित्र बनाना , लिखना , चित्रकारी करना पसंद हैं ये इनकी स्वयं की स्वयं के विचारों की पहली पुस्तक है वैसे इन्होंने  कई पुस्तकों में लेखन कार्य किया है अपने लेखन के लिए कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं

Read More...

Achievements

+3 more
View All