साहित्य संसार में नित्य प्रति नवसृजन होता रहता है।साहित्य की विभिन्न विधाओं में कविताओं का स्थान महत्वपूर्ण है और सदैव रहेगा। काव्य सृजन रूपी इस यज्ञ में मेरी काव्य समिधाएं भाग 2 नामक काव्य संग्रह एक समिधा मात्र है जिसमें मैंने अपनी 250 कविताओं के पूर्ण होने पर 25 कविताओं को प्रकाशित करवाकर अपनी आत्माभिव्यक्ति को प्रकट किया है।