मोहब्बत जब हो जाती हैं ना तो पता नहीं होता जिसे हम से मोहब्बत हो और वो ना कहै तो समझ लेना मोहब्बत हो तुम ! जिंदगी में हमे खुद से ज्यादा चाहने वाला हो ओर कहे कुछ खास नहीं है तो समझ लेना मोहब्बत हो तुम , मुझे जगा कर खुद ना सोये और कहे नींद नहीं आ रही में चाय बना रहा हूँ साथ में चाय पीते है तो समझ लेना मोहब्बत हो !तुम पास आकर भी गले लगाकर भी बाहों मे उठाकर भी दिवानो की तरह चाहकर भी कहे कुछ नहीं है तो समझ लेना मोहब्बत हो तुम ! प्यार करने के लिये जरुरी नहीं मै हमेशा तेरे साथ रहूं आज भी तू मेरे ख्वाब में मेरी घड़कन मे मेरी सांसो मै मेरी रुह में मेरे जहन मे इस कदर है कि मुझे हर जगह तू ही नजर आता है इसलिए तो कहती हूं मेरी मोहब्बत हो तुम पास रहकर हम से मोहब्बत नहीं होती तुम दूर चले जाया करो! दिन में तो सब मिलते है अगर तुम सच्चे आशिक़ हो तो रात में मिलने आया करो रात की चांदनी ओर दिन का उजाला इन दोनो के साथ ही है मिलना हमारा तभी तो कहती हूँ मोहब्बत हो तुम!