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Nector of Words / सोम रस भीने वचन

Author Name: Bachan Shah | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

बचन शाह यानी मैं उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव राठ में पला बढ़ा हूँ। वहां से ही कानपुर देहात में बैंक की नौकरी पकड़ी। और बस उसी में जिंदगी गुजर गयी।
कुल्लू में अपने आध्यात्मिक गुरु श्री स्वामी श्याम जी के सानिध्य में आते ही मेरा मन पूरी तरह से आध्यात्म की तरफ चला गया और तब से मैं उनके बताए ध्यान साधना के द्वारा हमेशा आनन्दित और मस्त हर हाल में रह लेता हूं। सबके लिए भी यही कामना करता हूँ कि अपने अन्दर की चेतना को ध्यान के द्वारा जाने और खुश रहना सीखे।
कवितायेँ लिखने का शौक तो युवावस्था से ही था, मगर पारिवारिक परिस्थितियों और जिम्मेदारियों के चलते लेखन कार्य को रोकना पड़ा। रिटायरमेंट के बाद, मेरा पहला काम मेरी कविताओं को इकट्ठा करना और उन्हें प्रकाशित करना है।। बस इसी में लगे हुए हैं। 

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बचन शाह

बचन शाह यानी मैं उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव राठ में पला बढ़ा हूँ। वहां से ही कानपुर देहात में बैंक की नौकरी पकड़ी। और बस उसी में जिंदगी गुजर गयी।
कुल्लू में अपने आध्यात्मिक गुरु श्री स्वामी श्याम जी के सानिध्य में आते ही मेरा मन पूरी तरह से आध्यात्म की तरफ चला गया और तब से मैं उनके बताए ध्यान साधना के द्वारा हमेशा आनन्दित और मस्त हर हाल में रह लेता हूं। सबके लिए भी यही कामना करता हूँ कि अपने अन्दर की चेतना को ध्यान के द्वारा जाने और खुश रहना सीखे।
कवितायेँ लिखने का शौक तो युवावस्था से ही था, मगर पारिवारिक परिस्थितियों और जिम्मेदारियों के चलते लेखन कार्य को रोकना पड़ा। रिटायरमेंट के बाद, मेरा पहला काम मेरी कविताओं को इकट्ठा करना और उन्हें प्रकाशित करना है।। बस इसी में लगे हुए हैं। 

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