मैं श्रध्दा लुथडे, २४ साल की वैद्यकीय छात्रा हूँ| मैं महाराष्ट्र राज्य के चंद्रपुर शहर से हूँ| मेरी लिखावट के साथ - साथ मैं चित्रकला और नृत्य में भी रुचि रखती हूँ|
मैंने अपना लिखना ९ दिसंबर २०१६ से शुरू किया| शुरुआत मे मैने इन अक्षरों को बस मन की तसल्ली के लिए लिखा|
और धीरे धीरे ये अलफाज़ मेरी जेहेन से जुनून बनते गए|
आज मैं दो किताबों की सह लेखिका हू और उम्मीद से आगे भी जिंदगी के हर किसम के फसाने, अपनी कलम से आप तब पहुचाती रहुंगी|
इस शब्दकला से प्रेरित होकर, मेरी अगली किताब जो बेशक आपके सामने है, पेश करती हूँ|
आशा है, आप मेरी अल्फाज़ों में अपनी प्रेरणा खोज पाए|