बचपन से अपनी माँ को विभिन्न प्रकार की शारीरिक दुर्बलताओं से तडपते हुए देखने की दशा ने मुझमें एक सच्चे जीवित परमेश्वर की खोज की यात्रा शुरु की और यह उनका सामना होना एवं उनके प्यार से मैं प्रबुद्ध होने पर खत्म हुई। मैने यही अपने चारों ओर के लोगों के जीवनों में देखा है कि वे नहीं जानते है कि निज़ी जीवन में या अपने प्यार करने वालों के जीवनों में इन बीमारियों और सदमें से कैसे लड़े।
लेकिन अच्छी खबर यह है कि इसका एक जवाब और उपचार है प्रभु यीशु के नाम में। बाइबल एक धर्म की पुस्तक नहीं है बल्कि यह तो परमेश्वर का वचन है जो हमें यह सिखाती है कि इन बीमारियों का, दुष्टातमाओं का,और जीवन के हालातों का सामना कैसे करें । जब तुम्हारे पास परमेश्वर का दिया हुआ अधिकार है तो तुम्हें हार में जीने की कोई जरुरत नहीं है। यह किताब आपको यह समझने में मदद करे कि आपका अधिकार क्या है, कितना परमेश्वर आपके लिए सोचते है और आपको एक विजेता के रूप में देखना चाहते है।
यह किताब आपको यह भी सिखायेगी कि कैसे प्रार्थना करे और कैसे एक अधिकार के रूप में परमेश्वर के वचन का उपयोग करें और साथ ही साथ अपने विश्वास के साथ प्रभु यीशु के लहू के प्रयोग के लाभ के विषय में भी
लेखक अरविंद एप्रैम Healing Power Ministry, USA के संस्थापक हैं। वह "W-Warfare","A Guide to Access God's Authority" , "The Ministry of Prayer", "Barah Goshnaye (Hindi) पुस्तकों के लेखक हैं। एप्रैम का जुनून प्रार्थना के क्षेत्र में मसीह के शरीर यानी कलिसियावो को सिखाना और प्रशिक्षित करना है। वह कई देशों की यात्रा करते है और चर्चों में शिक्षण और प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करते है। वह एक online बाइबल स्कूल, "The School of Tyrannus " , जहाँ कई पास्टर और चर्च के नेता अनुशासित होते हैं।