काफ़िरना (समाज से रूबरू कराते अल्फाज़ ) क़ाफ़िराना (समाज से रूबरू कराते अल्फाज़ ) कविताओं, उद्धरणों और शायरी का एक संग्रह है लेखक @ दिव्या पंवार और सह लेखक की: @ आदित्य मालवीय, @ अक्षरी साहू, @ आदित्य सराफ, @ आनंदी अग्रवाल, @ आशा मेमन, @अनित पटेल, @अजय पाठक , @बैसाखी @भावना सेन @छाया @ दीपा तिवारी, @दीपेश जयति मालवीय, @ जय @ मृणाल इंगले @ नेहा राठौर, @ निष्ठा, @ प्रांजलि गीते, @ रोहित, @ कुमारी आशीष, @ रितु, @ पूजा चौहान, @भारत स्तुति पाठक, @ सौरभ अहिरवार, @ सौरभ मालवीय @ साक्षी कुलकर्णी , @साक्षी गंगराड़े , @शानू @शैलेश , @संदीप @सिद्धि , शंकर , @स्वाति @सानिया @सर्वेश्वरी , @श्वेता , @शुभम , @सुमित @तौफीक , @तनीषा , @वीथिका @विनीता , @विक्रम , @विशाखा , @ यश @ आकाश @ राशी यह पुस्तक अद्वितीय है, क्योंकि यह हमारे समाज से संबंधित है क्योंकि जीवन आसान नहीं है क्योंकि हम जानते हैं कि हमारे समाज में थारे विभिन्न विचारों, विचारों, विचारों और धारणा वाले लोग हैं, लेकिन हम सभी को उनसे निपटने की आवश्यकता है। यह कविता पुस्तक समाज में हमारे द्वारा जाने वाली सभी भावनाओं का पूरा पैकेज है इस पुस्तक के प्रकाशन के पीछे मुख्य कारण हमारी आने वाली पीढ़ी में साहित्य के प्रति जागरूकता और प्रेम पैदा करना है और युवा और उभरते लेखकों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करना है