कई बार कई स्थानो पर मैं साधकों के साधना शिविर में सम्मिलित हुआ । वहाँ पर जो बातें उपदेशादि मैने सुने उनसे मुझे सन्तुष्टि नहीं हुई। साधना में कैसी कैसी बातों पर विचार करना चाहिए? इस विषय में न्यूनता का अनुभव करके ही मैने यह ”साधक सञ्जीवनी ” नामक छोटी सी पुस्तक लिखी है साधना सम्बन्धी सभी बातें इस छोटी सी पुस्तक में नहीं लिखी जा सकती