" सफर-ए-सुखनवर " ( journey of poet ) भी एक ऐसी ही किताब है जो गुजरती है जिंदगी की गलियों से और लेती है जज्बातों के कई मोड़ । यह सफर है एक सुखनवर का जो सफर के दौरान मिलता है कुछ मुसाफिरों से जैसे की क़लम, कागज़ और अल्फ़ाज़ जो कि मिलकर बनाते हैं इस सफर को कविताओं और नज़्मों के माध्यम से खूबसूरत।
उम्मीद करती हूं आपको भी यह सफर बेहद खूबसूरत लगेगा।
तो चलिए चलते हैं इस सफर की ओर...