Share this book with your friends

Shrishti Tarang / सृष्टि तरंग

Author Name: Manjeet Rajbir | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

"सृष्टि की तरंग " एक ऐसा काव्य संकलन है जिसमें प्रकृति  के विभिन्न  रूपों  को कविताओं में ढ़ाल कर काग़ज़ पर उतारा गया है। सृष्टि का गुणगान करता यह  काव्य संकलन जो आपके हाथों में है, आपके  मन  को भी प्रकृति के अनेक रंग रूप में जरूर भिगो जायेगा। इस काव्य संकलन की तमाम रचनाएं आपको यक़ीनन छूकर जाएंगी। आप भी इनसे जुड़कर भावों के संग ज़रूर बहेंगे। भागती दौड़ती ज़िंदगी  में सृष्टि  की अहमियत  पर अपने पहलू पर ग़ौर करे बिना ना रह पाएंगें। यही इन रचनाओं की सफलता  होगी।

Read More...

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book
Sorry we are currently not available in your region.

Also Available On

मनजीत राजबीर

मनजीत राजबीर, इस संकलन की सम्पादक गुरुग्राम, हरियाणा से हैं पर उनका  बचपन और जीवन का बड़ा भाग दिल्ली में बीता है। वह अपने परिचय में कहती  हैं'

"मेरे कुछ जज़्बात खो गए हैं कहीं, कभी कभी उन्हें ढूँढती हूँ मैं, ना जाने कहाँ रख के भूल बैठी हूँ, और उनका पता उन्हीं से पूछतीं हूँ मैं "

पढ़ने और लिखने का शौक  रखने  वाली मनजीत  राजबीर ने १७ साल के बाद फिर से कलम पकड़ी है ,कैन्सर के लौटने के  ख़ौफ़ पर अपनी  जीत दर्ज़ कर के। कुछ यादें हैं, कुछ सच और कुछ सपने इन सब को संजो कर पिरो देती हैं कविताओं में।

Read More...

Achievements

+3 more
View All