"वालिदा” एक ऐसा साँझा संकलन है, जिसमें वालिदा यानी माँ की ममता, किरदार, और अनगिनत बलिदानों की याद में लिखी गई कवितायों शामिल है और जिसमें वालिदा के बारे में बताया गया है कि आखिर वालिदा की क्या एहमियत होती है ज़िन्दगी में। माँ के बिना हम इस दुनिया से कभी भी रूबरू नही हो सकते थे। अगर वालिदा ना होती तो हमें कभी इंसानी ज़िन्दगी, दुनिया के तौर-तरीके और रीति रिवाज़ों के बारे में कभी पता ही नही चलता। वालिदा की वजह से ही हम ये सब एहसास कर पाए है। इस किताब में वालिदा के बारे ही कवि/कवयित्रियों ने कलम के जरिये से अपने शब्दों को लिखकर बताया है। वालिदा के अनगिनत एहसान और बलिदानों को इस अंक में प्रकाशित करके एक किताब का रूप दिया गया है। जो शख्स भी अपनी वालिदा से मोहब्बत करता है उन्हें ये किताब और इसमें शामिल कविताएं बहुत ज्यादा पसंद आएंगी।।