'वो चाँदनी रात' ये एक किताब नहीं बल्कि भावना है उन तमाम सह लेखकों की जो समाज को अपने नजरिए से देखते है।
मूलतः लेखक वो व्यक्ती होता है जो अपने दिल की सभी बातें किसी से कह नहीं सकता तो वो कलम का प्रयोग कर के उन्हें लिखा देता हैं,
इस किताब में सभी सह लेखकों से जज़्बात शब्दों के रूप में लिखे हैं उम्मीद है आपको पसंद आएँगे।