यह पुस्तक जीवन के अनेक भावनाओं व एहसासों से परिपूर्ण है, जहाँ जीवन कभी खुशियों के अम्बारों से भरा हुआ होता है तो कभी दुखों के बादलों से घिरा, कभी प्रेम की वर्षा तो कभी विरह अश्रु , किंतु फ़िर भी जीवन चक्र निरंतर चलता रहता है ।
"यहीं कहीं " 65 ऐसी ही कविताओं का संग्रह है जिसमें हमें अपने जीवन के अलग - अलग पड़ाव देखने को मिलते हैं । लेखक अपने कलम से इनमे वो सारे रंग बिखरने की कोशिश की है जो ज़िन्दगी को और भी गुलज़ार करती है । इसके अलावा कुछ विशेष मुद्दो व विषयों पर भी प्रकाश डाला गया है जैसे; प्रेम, राजनीति, समाजिक, धार्मिक, नारी-शक्ति, देश प्रेम, आदि काव्य से भी यह परिपूर्ण है ।