यज्ञ संसारका सर्वोत्तम कर्म और पवित्र कर्म है जिसके करने से सुख की वर्षा होती है । महाभारत में भी वृत्तांत मिलता है कि धर्म संस्थापक भगवान श्रीकृष्ण सर्व त्याग सकते हैं; किन्तु यज्ञ नहीं ।
यज्ञ का क्षेत्र क्या है ? इसकी उपज क्या है? इस तरह के सवालों का जवाब है यह किताब।