ज़िंदगी में ढेरों इत्तेफ़ाक़ होते हैं लेकिन सबसे बड़ा इत्तेफ़ाक़ खुद ज़िंदगी होती है। ज़िंदगी एक इत्तेफ़ाक़ पुस्तक में हमने उन्हीं कुछ इत्तेफ़ाक़ को समाहित किया है। जिसमें अलग अलग लेखिकाओं और लेखकों की रचनाएं हैं। आशा है कि आपको इसे पढ़कर खुशी होगी।
दिव्या सक्सेना मूलतः बाराबंकी उत्तरप्रदेश की रहने वाली हैं। आप संगीत और लेखन विषयों में खासी रुचि रखती हैं। शुरुआती दिनों में सिर्फ पढ़ने का शौक रखने वाली दिव्या ने पाया कि लेखन अपने विचारों को वयक्त करने का बहुत अच्छा तरीका है, और फिर आपने अप्रैल 2020 में कलम का हाथ जो थामा तो वो सफ़र अभी तलक जारी है। आप मुख्य रूप से हिन्दी में लिखती हैं, तथा प्रेम और वियोग पर लिखना पसंद करती हैं। आप अभी तक 10 से भी ज्यादा संकलन पुस्तकों में सह लेखक रह चुकी हैं, बतौर संकलक यह आपकी पहली पुस्तक है। भविष्य में आप अपनी एकल पुस्तक प्रकाशित करने का विचार रखती हैं। आपको आपके भविष्य के लिए बहुत शुभकामनाएं!! उन्हें और पढ़ने के लिए उनका इंस्टाग्राम है @_diaawrites