Notion Press
Sign in to enhance your reading experience
Sign in to enhance your reading experience
Sign in to continue reading.
Join India's Largest Community of Writers & Readers
An Excellent and Dedicated Team with an established presence in the publishing industry.
Vivek SreedharAuthor of Ketchup & Curryमैं एक फिल्म राइटर हूं एक प्रोफेशनल राइटर बनने का संघर्ष कर रहा हूं और एक दिन बन कर ही रहूंगा मैंने 10th क्लास पास की है और आगे पढ़ने के लिए स्कूल में ना जा सका कोई मजबूरी थी जिसके कारण मजबूरी आपको कहां-कहां बताऊं और हमारा पढ़ने का टाइम शाम को 9:00 बजे से रात को 1:00 बजे तक क्योंकि दिन में हम किसी और काम में बिजी होते हैं राइटिंग के शौक ने आज हमें हमारी मंजिल तक पहुंचा दिया जिस तक हमने पहुंचना था I am a film writer, I am struggling to become a professional writer and I will remain one day, I have passed 10th class and there was no compulsion to go to school to study further, due to which the compulsion can tell you where and our Reading time from 9:00 in the evening to 1:00 in the night because we are busy with some other work in the day. The hobby of writing has brought us to our destination, which we had to reach.
Read More...
जवानी का क्या करेगा , इस बुक में एक लडके की खानी है ,जो करना क्या चाहता है हो क्या जाता है , कहानी को एक मासूम लडकी, नाम निशा जो ब्यूटी पार्लर खुद का होने के बावजूद भी मेकप नहीं कर
जवानी का क्या करेगा , इस बुक में एक लडके की खानी है ,जो करना क्या चाहता है हो क्या जाता है , कहानी को एक मासूम लडकी, नाम निशा जो ब्यूटी पार्लर खुद का होने के बावजूद भी मेकप नहीं करती , वैसे ही दिखने में बहूत सुंदर है ,ये पाल से बहूत प्यार करती हैं ,इनकी मंगनी भी हो गई, लेकिन पाल खुद पैरों पे खड़ा होने के लिए ,मुंबई अपने चाचा लुच्चा नंबर वन के पास चला गया , निशा को बिना बताये ,वहाँ एक डाकू जैसी लडकी ,paal को पसंद करने लगती है , आगे आपको बुक पढनी पड़ेगी
यह बुक एक भोली - भाली लडकी पे लिखी है , जो चिंटी तक नहीं मार सकती ,पर उस पर कत्ल का इल्जाम लग गया , लगाया एक लडके नें जो उसकी भी कोई मजबूरी है , लड़का उसकी बहन से बहूत प्या
यह बुक एक भोली - भाली लडकी पे लिखी है , जो चिंटी तक नहीं मार सकती ,पर उस पर कत्ल का इल्जाम लग गया , लगाया एक लडके नें जो उसकी भी कोई मजबूरी है , लड़का उसकी बहन से बहूत प्यार करता , जब लडके को पता चलता हैं की ये उसकी ही बहन है तो ,वो उस लडकी को खुद ही सजा से बचाने में लग जाता ,इस डर से कहीं इस झूठ की वजह से मेरा प्यार ना मुझ से दूर हो जाये
ਅਸੀਂ ਰਸਤੇ ਵਿੱਚ ਤੇਰੇ ਅੰਕਲ ਕੋਲੇ ਰੁੱਕ ਗਏ ਸੀ , ਇਸ ਕਰਕੇ ਲੇਟ ਹੋ ਗਏ ,, &n Read More...
ਨਵਦੀਪ ਰਿੰਕੂ ਦੇ ਜੁਬਾਨ ਚੋਂ ਅਪਣਾਂ ਨਾਂਮ ਸੁਣਕੇ ਬੜਾ ਖੁਸ਼ ਹੂੰਦੀ ਆ| scene.no.47 [ ਹੋਸਪੀਟਲ ਦੇ ਬਾਹਰ ] day ਸਾਰੇ ਗੱਡੀ ਕ Read More...
ਹਰਨੇਕ ਸਿੰਗਾਰੇ ਨੂੰ ਕਹਿੰਦਾ -- ਸ਼ਿੰਗਾਰਿਆ ਮੈਂ ਤੈਨੂੰ ਵੀਹ ਵਾਰੀ ਆਖਿਆ ,ਮੁੰਡਾ ਹੱਦ ਨਾਂ ਟੱਪ ਜੇ ਵਿਆ Read More...
ਵਿੱਚ ਸੰਮਜ ਜਾਣੀਂ ਚਾਹੀਦੀਆ , ਮੈਂਨੂੰ ਅੰਨਜੋਤ ਨੂੰ ਵੇਖ ਕੇ ਬੜੀ ਕੰਫਊਜਨ ਹੂੰਦੀਆ , ਓਹ ਤੇਰਾ ਭਰਾ ,, ਏਧਰ ਨਵਦੀਪ ਨੂੰ ਸਾਗੀ ਚਿ Read More...
ਰਿੰਕੂ - ਯਾਰ ਮੈਂ ਗੁਰੂ ਘਰ ਗਿਆ ਸੀ , ਪਰ ਤੁਸੀਂ ਅੰ Read More...
cene.no. 1 , Ext , ਰਿੰਕੂ ਦਾ ਘਰ , time 5:30 am ਸਵੇਰੇ- ਸਵੇਰੇ ਸਾਰੇ ਸੁੱਤੇ ਪਏ , ਗੁਰਮੀਤ ਕੌਰ ਜਾਗਦੀ ਫਿਰਦੀ ਆ , ਸ਼ਿੰਗਾਰਾ ਵੀ ਉਬ Read More...
https://akshaykumarfilm.blogspot.com/ इसके सभी पार्ट पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें मेरे दोस्तों इसे लाइक जरूर क Read More...
Are you sure you want to close this?
You might lose all unsaved changes.
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.