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10 Years of Celebrating Indie Authors
"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal
जगदलपुर गांव में प्रतिवर्ष नरबलि का आयोजन गुप्त रीति से किया जाता है किंतु कुछ समय पूर्व इस प्रथा के भंग होते ही गांव में रहस्यमई मौतों का सिलसिला प्रारंभ हो जाता है। गांव वालों
जगदलपुर गांव में प्रतिवर्ष नरबलि का आयोजन गुप्त रीति से किया जाता है किंतु कुछ समय पूर्व इस प्रथा के भंग होते ही गांव में रहस्यमई मौतों का सिलसिला प्रारंभ हो जाता है। गांव वालों का मानना है कि यह किसी दैविक शक्ति का प्रकोप है, जबकि कहानी के प्रमुख पात्रों में से एक दुष्यंत इसे किसी बड़े षड्यंत्र का परिणाम मानता है। और गांव वालों की मान्यताओं को चुनौती देता है, इसी विरोधाभास के परिणाम स्वरूप मानसिंह जो गांव का एक प्रभावशाली व्यक्तित्व है दुष्यंत के नरबलि की योजना बनाता है। और दुष्यंत छुपते- छुपाते वास्तविकता का पता लगाने का संकल्प लेता है इस मोड़ पर उसका सहयोग श्रद्धा करती है जो मान सिंह की बेटी है।
प्रस्तुत कहानी प्रतापगढ़ जिले के एक काल्पनिक गाँव भवई पर आधारित है। कहानी पंडित दीनानाथ की हत्या से शुरू होती है, जो गाँव के सबसे वरिष्ठ और सम्मानित व्यक्ति हैं। कहानी में पात्
प्रस्तुत कहानी प्रतापगढ़ जिले के एक काल्पनिक गाँव भवई पर आधारित है। कहानी पंडित दीनानाथ की हत्या से शुरू होती है, जो गाँव के सबसे वरिष्ठ और सम्मानित व्यक्ति हैं। कहानी में पात्रों की संख्या सीमित है। जो सामंती मानसिकता का प्रतीक है, महिला पात्रों में सबसे प्रमुख मुनिया है, जो अपनी प्रतिष्ठा के लिए अपने प्राण भी न्यौछावर कर देती है।
वैसे तो जिंदगी मे बहोत सी घटनाएं होती रहती हैं, जिनमे से बहोत सी भूल जाती हैं पर कुछ घटनाएं ऐसी घटित हो जाती है जो क Read More...
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