माही मुझे बहोत रूलाया है तुमने । अब छोड़ दो मुश्कराने के लिए । बहोत टूटा ,बिखरा ,हर हाल में रहता हूँ हर दम तुम्हारे पा Read More...
मैं कवि कल्पित हूँ,शब्दो में अच्छा लगता हूँ । मैं बादल के संग- संग चलता हूँ । बारिस में पपीहो के संग हँसता हूँ । मैं क Read More...
काश! कोई दो बूँद सुधा देदे। गर नही दे सकते ,बूँद धरातल की ,पय की ; हे नाथ मुझे मृत्यू देदे। बस एक आखरी बार ही मांगता हूँ Read More...
माना मोहब्बत जरूरी है ,जिन्दगी के लिये । चलो तुम मुझे जाने भी दो अभी के लिये । क्यूँ क्या हुआ तुम्हारा ओ सब! बिना Read More...
आज कल बड़े बेचैन से हैं हम माही ,मोहब्बत भी दर्द का जरिया नज़र आती है । बस कुछ जरूरते हैं जिंदगी जिये जा रही हैं । तकल Read More...
शहर के उजाले में । चलते हैं जब रफ्ता रफ्ता पांव मेरे। यूँ गुज़र जाता हर लम्हा तुम्हारे खय़लो में । पल पल यादे आत Read More...
:❤️❤️प्रिय तुम❤️❤️: प्रिय तुम हो भोली - भाली । मधुर रव,मंदित पद वाली । उर बृहद ,विशाल दृग वाली। श्यामल - श्यामल अल्को व Read More...
टूटे ,बिखरे ,सतदल पंखुड़ियॉ । अंकुरित हुये नविन कौपल,नवल पंक दल, फूल। बारिस में तो अच्छे लगते हैं ,भरभंण्डे के भी फूल Read More...
मैं दिनकर हूँ ;रोज निकलता हूँ क्षितिज के उस पार । मैेने देखा है निशा के परचिड़ते । घबराता ,विस्मित होता अँधकार । मैं Read More...
पथिक तुम पंथ न हारो बंद हुआ एक द्वारा तो दूसरा गेह निहारो । सुभगे से जीवन में मिलेंगे ,शशि ,सुमन ,कलगी अगणित । कभी क Read More...
मैं इस कदर बेखब़र था ,मुझ पर धूप का भी असर न था। कड़कती धूप मचलती रही ; और मेरी ख्व़ाहिश मेरी जिद में बदलती रही। उठाये Read More...
मोहब्बत में दीदार को किरदार बना करतो देखो । सुना है ओ पत्थर दिल हैं ,जरा उनसे भी दिल लगा करतो देखो । हमें मोहब्बत ह Read More...
दिल में मोहब्बत है तो बयॉ करके देखो । गर शौक - ए - इबादत है तो ,आजां करके देखो । दिल में मोहब्बत है तो बयॉ करके देखो। गर इ Read More...
मेरे सीने में दर्द है ,अब राहत खोजता हूँ । मुझे मुस्कराये हुये जमाना हो गया । आर ज़े माही अब तो मैं हर शय में तेरी Read More...
है नमन उनको आज़ादी की कीमत जिनकी छात है । है साक्षी जिनके लहू का ,प्रत्यक्ष दिवाकर । जिनके रक्त कणो से लिपटी ,जलियाव Read More...