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10 Years of Celebrating Indie Authors
"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal
हम दोनों ग्यारहवीं कक्षा में थे जब हमने अपनी भावनाओं को एक दूसरे से जाहिर किया। इस बात को जानने के बावजूद, हम अलग-अलग बaल्कि विपरीत समुदाय, धर्म और जाति के है, हम एक दूसरे से प्यार क
हम दोनों ग्यारहवीं कक्षा में थे जब हमने अपनी भावनाओं को एक दूसरे से जाहिर किया। इस बात को जानने के बावजूद, हम अलग-अलग बaल्कि विपरीत समुदाय, धर्म और जाति के है, हम एक दूसरे से प्यार करते थे। हमने कभी दुनिया और समाज की परवाह नहीं की। हमने सब कुछ प्लान किया था कि हम अपनी पढ़ाई के बाद किसी दूसरे शहर में चले जायेगें। हम कोर्ट मैरिज करेगें और दोनों में से कोई भी एक-दूसरे पर अपनी राय नहीं थोपेगा। और भी बहुत कुछ हमने सोचा था। आज वह सब कितना बचकाना लगता है। जब हम बी.ए. कर रहे थे, उसने अपने माता-पिता के सामने हमारे रिश्ते का खुलासा किया और मैं उसके नतीजों को पहले ही जानती थी। अचानक और आश्चर्यजनक रूप से रिहान ने मुझसे रिश्ता तोड़ लिया। उसकी जिन्दगी में नये मायने और नये उद्देश्य पैदा हो गये।
ये कहानी मनोरंजन की दृष्टि से लिखी गयी काल्पनिक कहानी है, लेकिन इसकी घटनायें आधारहीन नहीं हैं। इसमें उकेरी गयी घटनायें जरूर काल्पनिक हैं, लेकिन मेरी इस कल्पना का कोई आधार जरूर ह
ये कहानी मनोरंजन की दृष्टि से लिखी गयी काल्पनिक कहानी है, लेकिन इसकी घटनायें आधारहीन नहीं हैं। इसमें उकेरी गयी घटनायें जरूर काल्पनिक हैं, लेकिन मेरी इस कल्पना का कोई आधार जरूर है। हम अक्सर ही ऐसा बहुत कुछ अनुभव करते हैं, जो कि हमारी रोजमर्रा की जिन्दगी से बिल्कुल अलग है। हमें ऐसी चीज़ों पर यकीन करने में व़क्त भी लगता है और अक्सर हम उन पर यकीन करना भी नहीं चाहते, क्योंकि वह चीजें या घटनायें हमारे नियंत्रण से बाहर होती हैं। आत्मा के अस्तित्व पर तो यकीन करते होगें, आप यदि नहीं भी करते हैं, तो भी मैं आपको ऐसा करने को नहीं कहूँगी । तो, यदि इंसान के मरने पर आत्मा नाम की कोई एनर्जी वातावरण में चली जाती है, तो उसके बाद उसका क्या होता है, क्या वह आजाद होतीं हैं, या उन्हें वहॉ पर इंसानों की जिन्दगी की तरह ही कुछ नियम.कानूनों के दायरों में रहना होता है? अगर वह आजाद होती हैं, तो हर वह व्यक्ति जो किसी दुर्घटना या अपराध का षिकार हुआ हो, वह आपबीती का बदला लेता क्यों नहीं? यदि वहॉ उन्हें नियमों में बंध कर रहना होता है, तो कौन हैं वह, जो उनसे नियमों का पालन कराता हैं? क्यों गिनती की ही रूहें अपनी आपबीती दुनिया को बताने के लिए बार-बार लौट कर आती है? यानि उस दुनिया में भी ऐसी कोई कानून व्यवस्था जरूर है, जो इंसानों और रूहों की दुनिया को अलग रखती है। खैर. ये कहानी समीक्षा की है, जिसकी ज़िन्दगी में इसी तरह की घटनायें होने लगती हैं।
सधन्यवाद,
प्रतिमा खनका -स्याह
मौसम, ये शब्द मुझे पसंद है क्योंकि मैं खुद को प्रकृति से बहुत गहरा जुड़ा हुआ महसूस करती हूँ. इस कहानी संग्रह में छपी दस कहानियां मौसम की तरह ही हर पन्ने पर बदल रही हैं. ये कहानी संग
मौसम, ये शब्द मुझे पसंद है क्योंकि मैं खुद को प्रकृति से बहुत गहरा जुड़ा हुआ महसूस करती हूँ. इस कहानी संग्रह में छपी दस कहानियां मौसम की तरह ही हर पन्ने पर बदल रही हैं. ये कहानी संग्रह किंडल पर भी उपलब्ध है. वहां वर्तनी की गलतियों (जो किसी भी हिंदी रचना को ऑनलाइन प्रकाशित करने पर होती हैं ) के बावजूद भी इन्हे बहुत प्यार मिला। मेरे पास लगातार पाठकों के आग्रह आ रहे थे कि मैं इन कहानियों को किताब के तौर (पेपरबैक फॉर्मेट) पर भी पेश करूँ.
तो लीजिये हाज़िर है....मौसम.
When Aranya got to know about the sudden killing of her mother in a terrorist attack, she moved to Kashmir, immediately with her husband. Unfortunately, just the next morning she gets trapped by militants. They keep her in their local base; where some other hostages were already dumped in a dark room for days. Here Aranya meets to her one-time boyfriend Rihan, after years, who had disappeared all of sudden during his graduation & now he is a militant. More
When Aranya got to know about the sudden killing of her mother in a terrorist attack, she moved to Kashmir, immediately with her husband. Unfortunately, just the next morning she gets trapped by militants. They keep her in their local base; where some other hostages were already dumped in a dark room for days. Here Aranya meets to her one-time boyfriend Rihan, after years, who had disappeared all of sudden during his graduation & now he is a militant. Moreover, she was told that Rihan was involved in the killing of her mother. Like everyone Aranya too wanted to run from the prison, in which Rihan helped her but at what cost?
The last thing to do is about a girl -, a prison and her spirit to fight back. It is also about Rihan & his guilt. A dead love story that challenged most alive consequences.
“शिक्षा के साथ ही लोगों की पसन्द तेजी से बदली है रचित। अब वो जमाना गया जब लोग वक्त काटने के तरीके खोजा करते थे किता Read More...
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