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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal
अभिव्यक्ति का दूसरा हिस्सा एक उत्कृष्ट साहित्यिक अनुभव है, जो हमें अपने भावनाओं और अनुभवों को साझा करने का एक नया माध्यम प्रदान करेगा। इस किताब में आईपीएस एकेडमी के 39 प्रतिभाशा
अभिव्यक्ति का दूसरा हिस्सा एक उत्कृष्ट साहित्यिक अनुभव है, जो हमें अपने भावनाओं और अनुभवों को साझा करने का एक नया माध्यम प्रदान करेगा। इस किताब में आईपीएस एकेडमी के 39 प्रतिभाशाली लेखकों द्वारा लिखी गई कविताएं और पंक्तियाँ हैं, जो हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं को सुंदरता से प्रकट करती हैं। इस किताब की खास बात यह है कि हम अपनी मनोदशा के अनुसार इसे पढ़ सकते हैं, जिससे हमें अपने भावों को समझने और उन्हें संवारने का एक नया तरीका मिलेगा।
अभिव्यक्ति... यानी प्रकट करना, आईपीएस एकेडमी के प्रतिभाशाली 20 लेखकों ने भी इस किताब में जिंदगी की हर भावनाओं का कविताओं और अपनी पंक्तियों के माध्यम से न केवल अपनी बल्कि पाठकों की
अभिव्यक्ति... यानी प्रकट करना, आईपीएस एकेडमी के प्रतिभाशाली 20 लेखकों ने भी इस किताब में जिंदगी की हर भावनाओं का कविताओं और अपनी पंक्तियों के माध्यम से न केवल अपनी बल्कि पाठकों की भावनाओं को बेहद खूबसूरत तरीक़े से प्रकट किया और इस किताब की खासियत है कि आप इसे अपनी मनोदशा के अनुसार पढ़ सकते हैं ।
घुटन शब्द सुनने में बहुत छोटा व आम शब्द है। इस शब्द की गंभीरतों की वही इंसान समझ सकता है, जिसने इसे महसूस किया हो। घुटने जैसे दर्द की शुरुआत हमारे जीवन में 'कब' हो जाती है इसका हमे प
घुटन शब्द सुनने में बहुत छोटा व आम शब्द है। इस शब्द की गंभीरतों की वही इंसान समझ सकता है, जिसने इसे महसूस किया हो। घुटने जैसे दर्द की शुरुआत हमारे जीवन में 'कब' हो जाती है इसका हमे पता भी नही चलता और यह कब हमें अंदर से दीमक की तरह खा जाती है ना ही इसका पता चलता है।
हर मुस्कराता चेहरा खुश हो यह जरूरी नहीं कौन अपने अंदर कौनसा दुःख समेटे बेठा है, इसका हम अनुमान भी नही लगा सकते। हमारी कहानी भी कुछ ऐसी है जिसकी मुख्य पात्र ‘रोशनी’ है, रोशनी एक संयुक्त परिवार में रहते हुए भी अकेली है साथ ही ऐसी घुटन की शिकार, जो समाज के लिए आम बात है पर रोशनी के लिये तो उसके दुख का सबसे बड़ा कारण है। "घुटन " के चलते रोशनी मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन, कई नई बीमारियों की शिकार हो जाती है। रोशनी तो मात्र नाम की रोशनी है, उसके जीवन में कितना अंधेरा है, यह तो उसे स्वयं नहीं पता लेकिन इस कहानी की विशेषता यही है, कि रोशनी कई दुखों से लड़कर यहां तक की अपने आप से लड़कर, अपनो से लड़कर, इन सारी बीमारियों पर हावी हो जाती है। रोशनी समाज के लिये एक बेहतर उदहारण है कि अगर समस्या है, तो समाधान भी है।
इस कहानी के जरिये मैं आप सभी को स्त्री के दुख के एक ऐसे भाग से परीचित कराना चाहती हूँ, जो कि दुख जैसा दिखता नही है पर यह दुःख भी दहेज के समान ही गंभीर है।
।।अकेलापन सबसे बड़ी घुटन ।।
Riya and Sana, two ordinary girls, decide to embrace the journey of chasing their dreams and doing something exceptional in life.
Though this book has been written in a story format it will walk you through some really amazing life lessons:
1. How to start believing in yourself
2. How to not let any hurdle stop you from achieving your goals
3. How to achieve inner peace
4. How to trust your instincts and start working towards your goa
Riya and Sana, two ordinary girls, decide to embrace the journey of chasing their dreams and doing something exceptional in life.
Though this book has been written in a story format it will walk you through some really amazing life lessons:
1. How to start believing in yourself
2. How to not let any hurdle stop you from achieving your goals
3. How to achieve inner peace
4. How to trust your instincts and start working towards your goals without wasting time.
5. The importance of giving back to people in this world.
Kick things off we're going to condense this entire book by knowing and understanding the principles of basic digital marketing which we're going to cover here will be on your way to success.
Kick things off we're going to condense this entire book by knowing and understanding the principles of basic digital marketing which we're going to cover here will be on your way to success.
माँ मैं फिर लौट आऊंगा
आपके बिना में रह भी कहा पाऊंगा
जो मैं निकला आपके दामन से दूर
बसाये दिल मे अपने आपको ले जाऊंगा
चाहे जिस सफर पे भी चला जाऊंगा<
माँ मैं फिर लौट आऊंगा
आपके बिना में रह भी कहा पाऊंगा
जो मैं निकला आपके दामन से दूर
बसाये दिल मे अपने आपको ले जाऊंगा
चाहे जिस सफर पे भी चला जाऊंगा
माँ में आपके दामन में फिर से लौट आऊंगा
पेट भर जाए फिर भी
आपके हाथों से निवाला मैं खाऊँगा
सिर्फ आपके साथ होने से लगता है
में हर गम से लड़ जाऊंगा
माँ मैं फिर लौट आऊंगा
आपके बिना में रह भी कहा पाऊंगा
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