युवा साहित्यकार श्री ओमप्रकाश गोंदुड़े 'पुष्पेय' का कहानी- संग्रह " नवोदय के रंग -- क़िस्से हास्टल के " समकालीन समाज में बच्चों के बचपन के एक विशेष पक्ष पर केंद्रित लघुकथा संग्रह ह
युवा साहित्यकार श्री ओमप्रकाश गोंदुड़े 'पुष्पेय' का कहानी- संग्रह " नवोदय के रंग -- क़िस्से हास्टल के " समकालीन समाज में बच्चों के बचपन के एक विशेष पक्ष पर केंद्रित लघुकथा संग्रह ह
कविता के भिन्न-भिन्न मूड है..जिसमे व्यंग , राजनीती,आक्रोश,गांव की भावनाए प्रधान हैं। समय के शिक्षक ने फिर ग़ज़ल लिखने की गुस्ताखी करने की हिम्मत दी । पिता का अंत्यसंस्कार , कलयुग क
एक राजा था I उसके चार दोस्त थे I एक व्यापारी,एक सैनिक,एक ज्ञानी (विद्वान) और एक किसान था I एक सुबह वे सभी शिकार के लिये एक Read More...