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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal
Narmada River
River in India
The Narmada River, also called the Reva and previously also known as Narbada.This river is located in Madhya Pradesh and Gujarat state of India. It is also known as "Life Line of Madhya Pradesh and Gujarat" for its huge contribution to the state of Madhya pradesh and Gujarat in many ways.
Length: 1,312 km
Discharge: 1,216 m³/s
Source: Amarkantak
Mouths: Arabian Sea, Gulf of Khambhat
Cities:
Narmada River
River in India
The Narmada River, also called the Reva and previously also known as Narbada.This river is located in Madhya Pradesh and Gujarat state of India. It is also known as "Life Line of Madhya Pradesh and Gujarat" for its huge contribution to the state of Madhya pradesh and Gujarat in many ways.
Length: 1,312 km
Discharge: 1,216 m³/s
Source: Amarkantak
Mouths: Arabian Sea, Gulf of Khambhat
Cities: Jabalpur, Vadodara
Bridges: Narmada bridge
संविधान दिवस (26 नवम्बर) भारत गणराज्य का संविधान 26 नवम्बर 1949 को बनकर तैयार हुआ था। संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में 26 नवम्बर 201
संविधान दिवस (26 नवम्बर) भारत गणराज्य का संविधान 26 नवम्बर 1949 को बनकर तैयार हुआ था। संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में 26 नवम्बर 2015 से संविधान दिवस मनाया गया। संविधान सभा ने भारत के संविधान को 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में 26 नवम्बर 1949 को पूरा कर राष्ट्र को समर्पित किया।[1] गणतंत्र भारत में 26 जनवरी 1950 से संविधान अमल में लाया गया।
आंबेडकरवादी और बौद्ध लोगों द्वारा कई दशकों पूर्व से ‘संविधान दिवस’ मनाया जाता है। भारत सरकार द्वारा पहली बार 2015 से डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के इस महान योगदान के रूप में 26 नवम्बर को "संविधान दिवस" मनाया गया।[2][3] 26 नवंबर का दिन संविधान के महत्व का प्रसार करने और डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के विचारों और अवधारणाओं का प्रसार करने के लिए चुना गया था। इस दिन संविधान निर्माण समिति के वरिष्ठ सदस्य डॉ सर हरीसिंह गौर का जन्मदिवस भी होता है ।
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Born
Abdul Rashid Salim Salman Khan[1]
27 December 1965 (age 54)
Indore, Madhya Pradesh, India
Occupation
Actor
producer
presenter
[2]
Years active
1988–present
Net worth
$ 260 million (2020)[3]
Parent(s)
Salim Khan (father)
Relatives
Sohail Khan (brother)
Arbaaz Khan (brother)
See Salim Khan family
Awards
Full list
Born
Abdul Rashid Salim Salman Khan[1]
27 December 1965 (age 54)
Indore, Madhya Pradesh, India
Occupation
Actor
producer
presenter
[2]
Years active
1988–present
Net worth
$ 260 million (2020)[3]
Parent(s)
Salim Khan (father)
Relatives
Sohail Khan (brother)
Arbaaz Khan (brother)
See Salim Khan family
Awards
Full list
किताब के बारे में है
शाहरुख खान
पुस्तक
अंतर्वस्तु
1 जीवन और परिवार
2Acting career2.11988-1992: टेलीविजन और फिल्म की शुरुआत
2.21993-1994: एंटी-हीरो
2.31995-1998: रोमांटिक भूमिकाएँ
2.41999–2003: कैरिय
किताब के बारे में है
शाहरुख खान
पुस्तक
अंतर्वस्तु
1 जीवन और परिवार
2Acting career2.11988-1992: टेलीविजन और फिल्म की शुरुआत
2.21993-1994: एंटी-हीरो
2.31995-1998: रोमांटिक भूमिकाएँ
2.41999–2003: कैरियर की चुनौतियाँ
2.52004–2009: पुनरुत्थान
2.62010–2014: माई नेम इज़ खान और एक्शन और कॉमेडी के लिए विस्तार
2.72015-वर्तमान: कैरियर में उतार-चढ़ाव
3Other work3.1Film उत्पादन और टेलीविजन होस्टिंग
3.2 प्रदर्शन
आईपीएल क्रिकेट टीम की 3.3OwNERhip
4 मीडिया में
5Awards और मान्यताएं
Madhya Pradesh
State of India
Description
Description
Madhya Pradesh, a large state in central India, retains landmarks from eras throughout Indian history. Begun in the 10th century, its Hindu and Jain temples at Khajuraho are renowned for their carvings of erotic scenes, most prominently Kandariya Mahadeva, a temple with more than 800 sculptures. The eastern Bandhavgarh and Kanha national parks, noted Bengal tiger sanctu
Madhya Pradesh
State of India
Description
Description
Madhya Pradesh, a large state in central India, retains landmarks from eras throughout Indian history. Begun in the 10th century, its Hindu and Jain temples at Khajuraho are renowned for their carvings of erotic scenes, most prominently Kandariya Mahadeva, a temple with more than 800 sculptures. The eastern Bandhavgarh and Kanha national parks, noted Bengal tiger sanctuaries, offer guided safaris. ― Google
Capital: Bhopal (Executive Branch)
Chief minister: Shivraj Singh Chouhan
Population: 7.33 crores (2012)
Official animal: Barasingha
Points of interest: Kanha Tiger Reserve, MORE
क़िबला*
अदनान कफ़ील दरवेश
क़िबला*
अदनान कफ़ील दरवेश
और अधिकअदनान कफ़ील दरवेश
3
रोचक तथ्य
इस कविता के लिए कवि को भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार प्राप्त हुआ।
क़िबला*
अदनान कफ़ील दरवेश
क़िबला*
अदनान कफ़ील दरवेश
और अधिकअदनान कफ़ील दरवेश
3
रोचक तथ्य
इस कविता के लिए कवि को भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार प्राप्त हुआ।
माँ कभी मस्जिद नहीं गई
कम से कम जब से मैं जानता हूँ माँ को
हालाँकि नमाज़ पढ़ने औरतें मस्जिदें नहीं जाया करतीं हमारे यहाँ
क्यूँकि मस्जिद ख़ुदा का घर है और सिर्फ़ मर्दों की इबादतगाह
लेकिन औरतें मिन्नतें-मुरादें माँगने और ताखा भरने मस्जिदें जा सकती थीं
लेकिन माँ कभी नहीं गई
शायद उसके पास मन्नत माँगने के लिए भी समय न रहा हो
या उसकी कोई मन्नत रही ही नहीं कभी
ये कह पाना मेरे लिए बड़ा मुश्किल है
यूँ तो माँ नइहर भी कम ही जा पाती
लेकिन रोज़ देखा है मैंने माँ को
पौ फटने के बाद से ही देर रात तक
उस अँधेरे-करियाए रसोईघर में काम करते हुए
सब कुछ क़रीने से सईंतते-सम्हारते-लीपते-बुहारते हुए
जहाँ उजाला भी जाने से ख़ासा कतराता था
माँ का रोज़ रसोईघर में काम करना
ठीक वैसा ही था जैसे सूरज का रोज़ निकलना
शायद किसी दिन थका-माँदा सूरज न भी निकलता
फिर भी माँ रसोईघर में सुबह-सुबह ही हाज़िरी लगाती।
रोज़ धुएँ के बीच अँगीठी-सी दिन-रात जलती थी माँ
जिस पर पकती थीं गरम रोटियाँ और हमें निवाला नसीब होता
माँ की दुनिया में चिड़ियाँ, पहाड़, नदियाँ
अख़बार और छुट्टियाँ बिल्कुल नहीं थे
उसकी दुनिया में चौका-बेलन, सूप, खरल, ओखरी और जाँता थे
जूठन से बजबजाती बाल्टी थी
जली उँगलियाँ थीं, फटी बिवाई थी
उसकी दुनिया में फूल और इत्र की ख़ुशबू लगभग नदारद थे
बल्कि उसके पास कभी न सूखने वाला टप्-टप् चूता पसीना था
उसकी तेज़ गंध थी
जिससे मैं माँ को अक्सर पहचानता।
ख़ाली वक़्तों में माँ चावल बीनती
और गीत गुनगुनाती :
“.
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