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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal
भुजंग एक ऐसे करम योगी की कहानी है जिसने अपने काम के दम पर खुद को मानव से महामानव की श्रेणी में शुमार किया/
भुजंग एक ऐसे करम योगी की कहानी है जिसने अपने काम के दम पर खुद को मानव से महामानव की श्रेणी में शुमार किया/
समबद्ध का प्रयोजन ना केवल समाज से है बल्कि देश और मनुष्य से भी जुड़ा है l किताब का संबंध ऊंच विचार से है l मैने उस विचार को एक प्रेम कहानी के माध्यम से व्यक्त करने का प्रयास क
समबद्ध का प्रयोजन ना केवल समाज से है बल्कि देश और मनुष्य से भी जुड़ा है l किताब का संबंध ऊंच विचार से है l मैने उस विचार को एक प्रेम कहानी के माध्यम से व्यक्त करने का प्रयास किया हैं l यह एक ऐसी कहानी है जो चमकदार दुनिया को परिभाषित करने के लिए तैयार हैं। सम्बद्ध के माध्यम से मैंने जीवन मेँ आजादी पर जोर दिया हैं। यह परम सत्य है कि जीवन मेँ आजाद होने के लिये आपको मुक्त होना पड़ेगा l आपकी मुसीबत का आपके जीवन से कोई लेना देना नही है l जो भी लेना है वह है आपको l यकीन माने आपकी मनोवृत् और आपका जीवन दो अलग अलग चीजें है l जो आप हैं वह आप नहीं है l आपको आई से इडेंटि की ओर मूव करना होगा l आप को जो जरूरत है उसका इंतज़।म अरबो वर्ष पहले किया जा चुका है।
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