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परिचय 1- नाम :- डॉ.अमर सिंह सैनी 2- साहित्यिक नाम :-‘अमर’एवं ‘श्रीमाली’ 3- पिता/पति :-स्व.श्री मंगी लाल 4- स्थायी पता :-240/305, प्रताप नगर वेस्ट, महोली रोड़, पो.आ.कृष्णानगर, जिला-मथुरा (उत्तर प्रदेश)-281004 5- फोन नं/व्हाट्सएप/ ईमेल :-मो.नं.(Read More...
परिचय
1- नाम :- डॉ.अमर सिंह सैनी
2- साहित्यिक नाम :-‘अमर’एवं ‘श्रीमाली’
3- पिता/पति :-स्व.श्री मंगी लाल
4- स्थायी पता :-240/305, प्रताप नगर वेस्ट, महोली रोड़,
पो.आ.कृष्णानगर, जिला-मथुरा (उत्तर प्रदेश)-281004
5- फोन नं/व्हाट्सएप/ ईमेल :-मो.नं.(व्हाट्सएप) 9410615708 एवं
अन्य मो.नं. 9897536610
ईमेल :- dr.amarsinghsaini@gmail.com
6- जन्मतिथि :-10-11-1957 (दस नवम्बर सन् उन्नीस सौ सत्तावन)
7- शिक्षा :- एम. काम., साहित्यरत्न,एम.ए.(हिन्दी), शिक्षा विशारद,
विधिविशारद,पी.एच-डी.
8- व्यवसाय :- सेवानिवृत्त , शिक्षक (आधुनिक विषय-हिन्दी)
श्री माथुर चतुर्वेद संस्कृत महाविद्यालय,डेम्पियर नगर,मथुरा।
9- प्रकाशित पुस्तकों की संख्या :-
1.इक्कीसवीं सदी के चुनिंदा दोहे (साझा-संकलन)
2.दोहा पच्चीसी (साझा-संकलन)
3. शब्दों की टंकार (साझा-संकलन)
4. शोध ग्रंथ ‘ राधावल्लभ संप्रदाय के ब्रजभाषा गद्य साहित्य का
सर्वेक्षण’
10-सम्मानों की संख्या :-
1-श्री माथुर चतुर्वेद संस्कृत महाविद्यालय, मथुरा ने शिक्षा के क्षेत्र
में की गयी सराहनीय सेवा हेतु ‘प्रथम बाबू बैजनाथ शिक्षा-भूषण
सम्मान- 2014’ से सम्मानित किया गया।
एवं
संस्कृत के प्रचार-प्रसार में किये कार्यो के लिए सम्मान-2019
2-साहित्य मंडल श्री नाथद्वारा ने ‘बृजभाषा विभूषण-2018’ की
मानद उपाधि से सम्मानित किया।
3-प्राचीन छात्र-संघ माथुर चतुर्वेद संस्कृत महाविद्यालय,मथुरा
द्वारा सम्मान-2020
4- पं. हरप्रसाद पाठक बाल साहित्य पुरस्कार समिति द्वारा ‘हिन्दी
रत्न सम्मान-2021’ से सम्मानित किया गया।
5-सामाजिक संघ व बाल विद्यालयों द्वारा अनेक मंचीय सम्मान।
11- रचना की विधा :- पद्य एवं गद्य में
1-दोहा छंद, कुंडलियां छंद ,मुक्तक छंद, कविता, गीतिका आदि I
2-गद्य विधा में अनेक पत्र-पत्रिकाओं में विविध निबंध एवं शोध
निबंध, समीक्षाओं का प्रकाशन।
3-सह सम्पादक- ‘ब्रजनन्दनी’
4- वृंदावन शोध संस्थान में व्याख्यान ।
एवं
‘ब्रज संस्कृति विश्व कोश’ में टिप्पणी लेखन कार्य।
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'राधावल्लभ सम्प्रदाय केब्रजभाषा गद्य साहित्य का सर्वेक्षण' एक अद्भुत शोध ग्रन्थ है I जिसके प्रणेता वरिष्ठ आचार्य डॉ अमर सिंह सैनी है I प्रस्तुत शोध ग्रन्थ में डॉ अमर सिंह सैनी
'राधावल्लभ सम्प्रदाय केब्रजभाषा गद्य साहित्य का सर्वेक्षण' एक अद्भुत शोध ग्रन्थ है I जिसके प्रणेता वरिष्ठ आचार्य डॉ अमर सिंह सैनी है I प्रस्तुत शोध ग्रन्थ में डॉ अमर सिंह सैनी द्वारा श्री राधावल्लभ सम्प्रदाय द्वारा ब्रजभाषा साहित्य में किये गए रचनात्मक कार्यो का सर्वेक्षण किया गया है, यह लेखक द्वारा राधावल्लभ सम्प्रदाय के ब्रजभाषा गद्य साहित्य पर किये शोध का विशुद्ध परिणाम है I पूरे शोध ग्रन्थ को सात अध्याय में बांटा गया है ,अंत में उपसंहार एवं परिशिष्ट एक में हस्तलिखित एवं मुद्रित सहायक एवं संदर्भ ग्रंथों की सूची है, परिशिष्ट दो में हस्तलिखित ग्रंथों के महत्वपूर्ण पृष्ठों के छायाचित्र प्रकाशित हैं। प्रस्तुत शोध ग्रन्थ का इसका द्वितीय संशोधित संस्करण है , जिसमे मथुरा के प्रमुख साहित्यकारों की इस शोध पर की गयी समीक्षाओं को भी सम्मिलित किया गया है I
ब्रजभाषा गद्य की प्राचीन उत्कृष्ट रचनाएं प्रकाशन के अभाव में धीरे-धीरे लुप्त हो रही है इनका संरक्षण व प्रकाशन अत्यावश्यक है। विषयवस्तु एवं शोध परखता के आधार पर यह शोध ग्रन्थ अद्भुत, पठनीय और संग्रहनीय है I
'अमर" दोहा शतक डॉ अमर सिंह सैनी द्वारा रचित एक कृति है, जिसमे लेखक द्वारा रचित 100 दोहों का संग्रह है
इस कृति में दोहा रचना विधान अर्थात दोहा की रचना के नियमों का वर्णन किया गय
'अमर" दोहा शतक डॉ अमर सिंह सैनी द्वारा रचित एक कृति है, जिसमे लेखक द्वारा रचित 100 दोहों का संग्रह है
इस कृति में दोहा रचना विधान अर्थात दोहा की रचना के नियमों का वर्णन किया गया है तथा लेखक के शोध ग्रंथ " राधावल्लभ सम्प्रदाय के ब्रजभाषा गद्य साहित्य का सर्वेक्षण " की समीक्षाओं को भी संमलित किया गया है
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