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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalAcharya Neeraj Shastri, a nationalist thinker and creative young litterateur, is a well-to-do and a writer devoted to the protection of Indian culture. As a storyteller, Acharya Neeraj Shastri is an emerging successful storyteller. His stories have a deep attachment to the realistic ideal of life. In my view, his stories and poems are an attempt to give direction to the misguided society in this tumultuous era.Read More...
Acharya Neeraj Shastri, a nationalist thinker and creative young litterateur, is a well-to-do and a writer devoted to the protection of Indian culture. As a storyteller, Acharya Neeraj Shastri is an emerging successful storyteller. His stories have a deep attachment to the realistic ideal of life. In my view, his stories and poems are an attempt to give direction to the misguided society in this tumultuous era.
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काव्यरस -रंग आचार्य नीरज शास्त्री द्वारा संपादित काव्य संकलन है। इस काव्य संकलन में विशिष्ट पहचान के नौ कवियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इस पुस्तक की रचनाओं के रचनाकार हिं
काव्यरस -रंग आचार्य नीरज शास्त्री द्वारा संपादित काव्य संकलन है। इस काव्य संकलन में विशिष्ट पहचान के नौ कवियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इस पुस्तक की रचनाओं के रचनाकार हिंदी की सुप्रसिद्ध संस्था तुलसी साहित्य-संस्कृति अकादमी से किसी न किसी रूप में जुड़े हैं।
प्रस्तुत पुस्तक हिन्दुत्व के दिव्य प्रकाश संत शिरोमणि तुलसीदास एवं उनके द्वारा प्रणीत रामचरित मानस के प्रति भा्रमक धारणाओं का स्पष्टीकरण है।
प्रस्तुत पुस्तक हिन्दुत्व के दिव्य प्रकाश संत शिरोमणि तुलसीदास एवं उनके द्वारा प्रणीत रामचरित मानस के प्रति भा्रमक धारणाओं का स्पष्टीकरण है।
आचार्य नीरज शास्त्री जी की कहानियाँ राष्ट्र निर्माण में सहायक भूमिका का निर्वहन करने वाली हैं। कहानी संग्रह-‘नैतिक बाल कहानियाँ’ में आचार्य नीरज शास्त्री जी की चुनिंदा 7 बा
आचार्य नीरज शास्त्री जी की कहानियाँ राष्ट्र निर्माण में सहायक भूमिका का निर्वहन करने वाली हैं। कहानी संग्रह-‘नैतिक बाल कहानियाँ’ में आचार्य नीरज शास्त्री जी की चुनिंदा 7 बाल कहानियाँ संग्रहीत हैं।
संग्रह की सभी बाल कहानियाँ बच्चों में संस्कार भरने वाली उत्तम बालकहानियाँ हैं।
डॉ. दिनेश पाठक ‘शशि’
तुलसी साहित्य संस्कृति अकादमी के वार्षिक कार्यक्रमों की स्मारिका दृश्यान्तर है।यह स्मारिका अकादमी द्वारा सम्मानित किये जाने वाले साहित्यकारों एवं प्रतिभाओं का परिचय कराती
तुलसी साहित्य संस्कृति अकादमी के वार्षिक कार्यक्रमों की स्मारिका दृश्यान्तर है।यह स्मारिका अकादमी द्वारा सम्मानित किये जाने वाले साहित्यकारों एवं प्रतिभाओं का परिचय कराती है। इस स्मारिका के द्वारा विभिन्न प्रतिभाओं को एक मंच पर एकसाथ देखा जा सकता है। दृश्यान्तर साहित्यिक परिवेश में समय-समय पर परिवर्तित होने वाले दृश्यों को दर्शाती है।
मैं अपनी नई पुस्तक 'बूझो तो जानें' आपके नन्हे हाथों में सौंप रहा हूं जिससे आप मनोरंजन के साथ- साथ और अधिक ज्ञानार्जन कर सकें। इसमें आपके लिए रोचक पहेलियां प्रस्तुत की गई हैं।
मैं अपनी नई पुस्तक 'बूझो तो जानें' आपके नन्हे हाथों में सौंप रहा हूं जिससे आप मनोरंजन के साथ- साथ और अधिक ज्ञानार्जन कर सकें। इसमें आपके लिए रोचक पहेलियां प्रस्तुत की गई हैं।
व्यक्ति की बुद्धि या समझ को विकसित करने और उसकी परीक्षा लेने के लिए जो सरस प्रश्न अथवा वाक्य प्रस्तुत किए जाते हैं उन्हें पहेली कहते हैं। पहेली में किसी वस्तु के लक्षण अथवा गुण घुमा फिराकर प्रस्तुत किए जाते हैं। हम यह भी कह सकते हैं कि पहेली के माध्यम से किसी व्यक्ति की चतुराई को चुनौती दी जाती है। इस तरह पहेली के महत्व को नकारा नहीं जा सकता। पहेलियां न केवल मनोरंजन करती हैं अपितु दिमाग को चुस्त और तरो-ताजा भी रखती हैं।
इस पुस्तक में समाहित सभी 32 रचनाएँ नव युवकों के हृदय में देशभक्ति की भावना की ज्योति जगाने वाली, अपने देश पर वलिदान हो जाने को प्रेरित करने वाली और पग-पग पर उन्हें उचित मार्ग अपनान
इस पुस्तक में समाहित सभी 32 रचनाएँ नव युवकों के हृदय में देशभक्ति की भावना की ज्योति जगाने वाली, अपने देश पर वलिदान हो जाने को प्रेरित करने वाली और पग-पग पर उन्हें उचित मार्ग अपनाने की सीख देने वाली हैं-
डॉ. दिनेश पाठक 'शशि'
‘मुस्कान के लिए’ कहानी संग्रह में आचार्य नीरज शास्त्री की सोलह कहानियाँ संग्रहीत हैं। अधिकांश कहानियाँ जीवन-यथार्थ की भूमि से जुड़ी हुई हैं। इनकी, इन कहानियों में वर्तमान यु
‘मुस्कान के लिए’ कहानी संग्रह में आचार्य नीरज शास्त्री की सोलह कहानियाँ संग्रहीत हैं। अधिकांश कहानियाँ जीवन-यथार्थ की भूमि से जुड़ी हुई हैं। इनकी, इन कहानियों में वर्तमान युगीन पारिवारिक समस्याओं, स्त्री-पुरुष सम्बन्धों का आधुनिक बोध और सामाजिक परिदृश्यों को प्रमुखता से उभारा गया है।स्त्री-पुरुष सम्बन्धों की विकलता, गृहस्थ जीवन की विसंगतियाँ, नारी स्वातंत्र्य के दुष्परिणाम, जैनरेशन गैप और उससे जनित समस्याएँ तथा बेमनुषता जैसी समस्याओं जैसे वर्तमान-युगीन सरोकारों को आचार्य नीरज शास्त्री ने अपनी कहानियों में पिरोया है डॉ० दिनेश पाठक ‘शशि’
'तुम्हारी कसम ' किशोर कवि अनुज चतुर्वेदी 'अनुभव' की दूसरी पुस्तक है।
यह काव्य कृति किशोर वय के अहसासों को व्यक्त करती कुछ ग़ज़लों व
कुछ मुक्तकों का संग्रह है। इस संग्रह
'तुम्हारी कसम ' किशोर कवि अनुज चतुर्वेदी 'अनुभव' की दूसरी पुस्तक है।
यह काव्य कृति किशोर वय के अहसासों को व्यक्त करती कुछ ग़ज़लों व
कुछ मुक्तकों का संग्रह है। इस संग्रह में कवि ने सरस श्रांगारिक
रचनाएं को पाठकों तक पहुंचाने का उपक्रम किया है।
इस कहानी संग्रह में आचार्य नीरज शास्त्री की बारह कहानियाँ संग्रहीत हैं। अधिकांश कहानियाँ जीवन के यथार्थ की भूमि से जुड़ी हुई हैं। इनकी, इन कहानियों में वर्तमान युगीन पारिवारि
इस कहानी संग्रह में आचार्य नीरज शास्त्री की बारह कहानियाँ संग्रहीत हैं। अधिकांश कहानियाँ जीवन के यथार्थ की भूमि से जुड़ी हुई हैं। इनकी, इन कहानियों में वर्तमान युगीन पारिवारिक समस्याओं व स्त्री-पुरुष सम्बन्धों का आधुनिक बोध और सामाजिक परिदृश्यों को प्रमुखता से उभारा गया है।
इस संग्रह के अधिकाँश गीत श्रृंगार रस प्रधान हैं। श्रृंगार रस के संयोग और विप्रलम्भ, दोनों भेदों का कवि ने सफलतापूर्वक परिपाक किया है। 'मीत मिल गया', 'क्यों रोता है तू अहले दिल', 'जिं
इस संग्रह के अधिकाँश गीत श्रृंगार रस प्रधान हैं। श्रृंगार रस के संयोग और विप्रलम्भ, दोनों भेदों का कवि ने सफलतापूर्वक परिपाक किया है। 'मीत मिल गया', 'क्यों रोता है तू अहले दिल', 'जिंदगी ग़जल हो गई', 'कहाँ है वह पत्थर दिल', 'ओ बेवफ़ा बेवफ़ा,' याद करना नहीं याद आना नहीं', 'मेरे मन का प्यार' आदि गीतों में श्रृंगार रस की सफल निष्पत्ति हुई है।
पवित्र रिश्ता मेहता साहब की बड़ी बेटी है अमिता । मेहता साहब ने अमिता और नमिता को बड़े नाजों से पाला है। नमिता एक साल Read More...
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