मदन की नयी नयी नौकरी लगी थी ।एक छोटे से कस्बे मे।उसने दलाल से कह कर अपने लिए एक कमरा किराए पर लेने की बात की।छोटे कस् Read More...
शहनाई की गूंज कानों मे रस सा घोल रही थी गोरी के।तेरह साल की गोरी फटाफट सारा घर का काम निपटा रही थी क्योंकि उसे आज अपन Read More...
"संदेसे आते है ।हमे तड़पाते है ।कि घर कब आओ गे।लिखों कब आओ गे ।के तुम बिन ये घर सूना सूना है। छावनी मे ये गाना बड़ी जो Read More...
काफी देर से प्रकाश खिड़की मे बैठा उस सात आठ साल केे बच्चे को देख रहा था।वह रंग बिरंगी गोलियों के साथ खेल रहा था।कभी Read More...