आधार की जंग ज़िन्दगी के संग जब से देश की सरकार ने ये घोषणा की के अब आधार हीं सब कुछ होगा...उस आधार पर हर नागरिक का ग्यारह Read More...
कुछ नहीं संध्या जी चूहों ने उत्पात मचा रखा हैं आप जा कर सो जाए.. मेरे खाते में फिर एक गलती जुड़ चुकी थी मै चाह कर भी अभि Read More...
जो तुम चाहो.. ! ओके तो सब्जी रोटी दाल चावल मंगवा लेते हैं...? उसने मुझसे पूछा था.. हम दोनों कुछ देर शांत रहें फिर अभिषे Read More...
अब आ भी जाइये... मै हिचकिचाहट के साथ अभिषेक के पीछे हों लीं... अंदर भी सब वैसा ही कुछ भी नहीं बदला वही सब कुछ बस देख कर ऐस Read More...
अब लौट चलूं आज मुझें ऐसा लग रहा था कि मैं सच में आजाद हूं, सारी दुनियां आज पहली बार मुझें नई लग रहीं थी....सब कुछ नया स Read More...
सेरोगेसी कोख का दर्द मैं उसके असली माता-पिता से कभी नहीं मिली और मुझे नहीं पता कि वे लोग कौन हैं. मुझें कब डिलेबरी के Read More...