"Kargil War: The Extraordinary Valor of the Indian Army" is the inspiring and true account of the 1999 Kargil conflict. This book narrates the story from the initial intrusions to the decisive victory of Operation Vijay. It highlights the fierce battles of Tololing and Tiger Hill, the unmatched bravery of the Indian Army and Air Force, and the immortal sacrifices of our martyrs.
This book is not just a record of war, but a tribute to courage,
यह कोई संदेह की बात नहीं है कि विद्यार्थी जीवन पूरी जिंदगी का सबसे अच्छा समय होता है। इस अवधि में छात्र अपना व्यवसायिक जीवन शुरू करते हैं। इस समय सभी बच्चों को अपना निर्णय लेने क
किशोरावस्था एक ऐसा समय है जिसमे मनुष्य अदम्य उत्साह एवं भरपूर उर्जा से सरोबार रहता है |कुछ नया, कुछ हटकर अनूठा करने की लालसा उसमे समाई रहती है | इस जीवन के महत्व को लक्षित कर लिखी ग
यह पुस्तक भारतीय सेना के साहस, बलिदान और अनुशासन को समर्पित है। इसमें सीमाओं पर बिताई गई कठिन रातों से लेकर माँ की ममता, शौर्य की गाथाओं और वीर सैनिकों के बलिदान तक की कहानियाँ शा
यह पुस्तक एक महान मराठा राजा शिवाजी के जीवन पर आधारित है | इस पुस्तक में शिवाजी की वीरता को दर्शाया गया है | जो एक मामूली जीवन व्यापन की इच्छा को छोर देश के लिए बलिदान देने को भी तैय
इस पुस्तक में ऐसी बाते बताई गयी है जेसे मनुष्य अनुभव करता है लेकिन बहूत कम इसे करते है | इस पुस्तक में किसी तरह का अपमान नही क्या गया है | इसे लिखने का विचार यहाँ से आया की लोग एक दु
यह पुस्तक लिखने का उद्देश्य है की उन भारतीय वीर पराक्रमी राजा को ना भूल जाए जिन्होंने अपनी जान की परवाह किये बिना बलिदान हो गए |
"Kargil War: The Extraordinary Valor of the Indian Army" is the inspiring and true account of the 1999 Kargil conflict. This book narrates the story from the initial intrusions to the decisive victory of Operation Vijay. It highlights the fierce battles of Tololing and Tiger Hill, the unmatched bravery of the Indian Army and Air Force, and the immortal sacrifices of our martyrs.
This book is not just a record of war, but a tribute to courage,
इस पुस्तक के लेखक आनंद कुमार गुप्ता है |
इस पुस्तक में भारतीय इतिहास के महान राजाओं , क्रांतिकारियों तथा सैनिको की वीर गाथा को दरशाया गया है|
इसमें किसी का अपमान नहीं किया गय