S. Anadakrishnan

Author
Author

Achievements

+5 moreView All

तिरुक्कुरल-11

Books by यस. आनंदकृष्णन

 तमिळ भाषा में  तिरुक्कुरल  सातवीं  शताब्दी  का नीति ग्रंथ  है।  इस महान ग्रंथ के सृजनहार है संत तिरुवल्लुवर है। इस में  आधुनिक  लोगों  के जीवन को सन्मार्ग पर ले जा

বেশি পড়ুন... Buy Now

तिरुक्कुरल-10

Books by यस. आनंदकृष्णन

तमिळ भाषा में  तिरुक्कुरल  सातवीं  शताब्दी  का नीति ग्रंथ  है।  इस महान ग्रंथ के सृजनहार है संत तिरुवल्लुवर है। इस में  आधुनिक  लोगों  के जीवन को सन्मार्ग पर ले जाने

বেশি পড়ুন... Buy Now

तिरुक्कुरल-9

Books by यस. आनंदकृष्णन

तमिळ भाषा में  तिरुक्कुरल  सातवीं  शताब्दी  का नीति ग्रंथ  है।  इस महान ग्रंथ के सृजनहार है संत तिरुवल्लुवर है। इस में  आधुनिक  लोगों  के जीवन को सन्मार्ग पर ले जाने

বেশি পড়ুন... Buy Now

तिरुक्कुरल-8

Books by यस. आनंदकृष्णन

तमिळ भाषा में  तिरुक्कुरल  सातवीं  शताब्दी  का नीति ग्रंथ  है।  इस महान ग्रंथ के सृजनहार है संत तिरुवल्लुवर है। इस में  आधुनिक  लोगों  के जीवन को सन्मार्ग पर ले जाने

বেশি পড়ুন... Buy Now

तिरुक्कुरल-5

Books by यस. आनंदकृष्णन

तमिळ भाषा में  तिरुक्कुरल  सातवीं  शताब्दी  का नीति ग्रंथ  है।  इस महान ग्रंथ के सृजनहार है संत तिरुवल्लुवर है। इस में  आधुनिक  लोगों  के जीवन को सन्मार्ग पर ले जाने

বেশি পড়ুন... Buy Now

तिरुक्कुरल-6

Books by यस. आनंदकृष्णन

तमिळ भाषा में  तिरुक्कुरल  सातवीं  शताब्दी  का नीति ग्रंथ  है।  इस महान ग्रंथ के सृजनहार है संत तिरुवल्लुवर है। इस में  आधुनिक  लोगों  के जीवन को सन्मार्ग पर ले जाने

বেশি পড়ুন... Buy Now

तिरुक्कुरल-7

Books by यस. आनंदकृष्णन

तमिळ भाषा में  तिरुक्कुरल  सातवीं  शताब्दी  का नीति ग्रंथ  है।  इस महान ग्रंथ के सृजनहार है संत तिरुवल्लुवर है। इस में  आधुनिक  लोगों  के जीवन को सन्मार्ग पर ले जाने

বেশি পড়ুন... Buy Now

तिरुक्कुरल-3

Books by यस. आनंदकृष्णन

तमिळ भाषा में  तिरुक्कुरल  सातवीं  शताब्दी  का नीति ग्रंथ  है।  इस महान ग्रंथ के सृजनहार है संत तिरुवल्लुवर है। इस में  आधुनिक  लोगों  के जीवन को सन्मार्ग पर ले जाने

বেশি পড়ুন... Buy Now

तिरुक्कुरल-1

Books by यस. आनंदकृष्णन

 तमिळ भाषा में  तिरुक्कुरल  सातवीं  शताब्दी  का नीति ग्रंथ  है।  इस महान ग्रंथ के सृजनहार है संत तिरुवल्लुवर है। इस में  आधुनिक  लोगों  के जीवन को सन्मार्ग पर ले जा

বেশি পড়ুন... Buy Now

तिरुक्कुरल-2

Books by यस. आनंदकृष्णन


 तमिळ भाषा में  तिरुक्कुरल  सातवीं  शताब्दी  का नीति ग्रंथ  है।  इस महान ग्रंथ के सृजनहार है संत तिरुवल्लुवर है। इस में  आधुनिक  लोगों  के जीवन को सन्मार्ग पर ले

বেশি পড়ুন... Buy Now

तिरुक्कुरल-4

Books by यस. आनंदकृष्णन

तमिळ भाषा में  तिरुक्कुरल  सातवीं  शताब्दी  का नीति ग्रंथ  है।  इस महान ग्रंथ के सृजनहार है संत तिरुवल्लुवर है। इस में  आधुनिक  लोगों  के जीवन को सन्मार्ग पर ले जाने

বেশি পড়ুন... Buy Now

विचारों की लहरें। (भाग-2)

Books by यस. आनंदकृष्णन

 विचारों  की लहरें  मुख पुस्तिकाएं के विभिन्न  दलों  में  दिए गये शीर्षक  के आधार  पर मेरे द्वारा लिखे विचार हैं, जिनकी  प्रशंसा  संचालकों  ने की हैं।

বেশি পড়ুন... Buy Now

विचारों की लहरें। (भाग-1)

Books by यस. आनंदकृष्णन

 विचारों  की लहरें  मुख पुस्तिकाएं के विभिन्न  दलों  में  दिए गये शीर्षक  के आधार  पर मेरे द्वारा लिखे विचार हैं, जिनकी  प्रशंसा  संचालकों  ने की हैं।

বেশি পড়ুন... Buy Now

ஹிந்தி இலக்கியம் பக்தி காலம்: ஓர் அறிமுகம்-பகுதி -2

Books by எஸ். அனந்தகிருஷ்ணன்

ஹிந்தி  இலக்கியத்தின்  பக்தி  இலக்கிய காலம் 
பொற்காலம்  .அதனுடன் ஹிந்தி  இலக்கியத்தின்  அறிமுகம்  தான் இந்த  நூல்.

বেশি পড়ুন... Buy Now

ஹிந்தி இலக்கியம் பக்தி காலம்: ஓர் அறிமுகம்-பகுதி -1

Books by எஸ். அனந்தகிருஷ்ணன்

ஹிந்தி  இலக்கியத்தின்  பக்தி  இலக்கிய காலம் 
பொற்காலம்  .அதனுடன் ஹிந்தி  இலக்கியத்தின்  அறிமுகம்  தான் இந்த  நூல்.

বেশি পড়ুন... Buy Now

अव्वैयार: नलवलि -सुमार्ग (भाग-2)

Books by यस. आनंदकृष्णन

अव्वैयार  ईस्वी पूर्व सातवीं   शताब्दी  की कवयित्री  है। नलवळी का अर्थ  सुमार्ग है। जीवन चलाने  का सुमार्ग है।

বেশি পড়ুন... Buy Now

अव्वैयार : नलवलि -सुमार्ग (भाग-1)

Books by यस. आनंदकृष्णन

अव्वैयार  ईस्वी पूर्व सातवीं   शताब्दी  की कवयित्री  है। नलवळी का अर्थ  सुमार्ग है। जीवन चलाने  का सुमार्ग है।

বেশি পড়ুন... Buy Now

मतिनंत की नव कविताएँ भाग -3

Books by यस. आनंदकृष्णन

मेरा नाम यश.अनंतकृष्णन  है। 
 मैं  अपने विचारों  को अपनी भाषा  अपनी शैली,  अपने  विचार  के आधार  पर फेसबुक  के विभिन्न दलों  को भेज  रहा हूँ।   उनके प्रोत्साह

বেশি পড়ুন... Buy Now

तमिल सीखिए

Books by

 तमिल भाषा भारत की प्राचीनतम भाषा है.  इसके साहित्य में नीति ग्रन्थ  युग युग तक ताजी ही रहेंगे। 

तिरुक्कुरल  को तमिल वेद कहते हैं। कई नीति ग्रन्थ जैनाचार्यों  से लिखे

বেশি পড়ুন... Buy Now

मतिनंत की मुक्त कविताएँ---भाग --1

Books by यस.आनंदकृष्णन

मेरा नाम यश.अनंतकृष्णन  है। 
 मैं  अपने विचारों  को अपनी भाषा  अपनी शैली,  अपने  विचार  के आधार  पर फेसबुक  के विभिन्न दलों  को भेज  रहा हूँ।   उनके प्रोत्साह

বেশি পড়ুন... Buy Now

मतिनंत की नव कवितायें -भाग 4

Books by यस. आनंदकृष्णन

मेरा नाम यश.अनंतकृष्णन  है। 
 मैं  अपने विचारों  को अपनी भाषा  अपनी शैली,  अपने  विचार  के आधार  पर फेसबुक  के विभिन्न दलों  को भेज  रहा हूँ।   उनके प्रोत्साह

বেশি পড়ুন... Buy Now

मतिनंत की नव कवितायें -भाग 5

Books by यस. आनंदकृष्णन

मेरा नाम यश.अनंतकृष्णन  है। 
 मैं  अपने विचारों  को अपनी भाषा  अपनी शैली,  अपने  विचार  के आधार  पर फेसबुक  के विभिन्न दलों  को भेज  रहा हूँ।   उनके प्रोत्साह

বেশি পড়ুন... Buy Now

கபிர் கே தோஹே (பாகம்-1)

Books by S.அனந்தகிருஷ்ணன்

ஹிந்தியில்  பக்தி  காலத்தில்  ஞான மார்க்கம் தோற்றுவித்தவர் கபீர் தாஸ் .       

இறைவனை அடைய ஞானம் வேண்டும் .

ஹிந்தி இலக்கியத்தில் அவர்  சொல்லின் சர்வாதிகாரி எ

বেশি পড়ুন... Buy Now

सुखचालीसा

Books by यस. आनंदकृष्णन

Iniyavai Narpathu  means happy in the life .and it says what are happiness in life

বেশি পড়ুন... Buy Now

ईसाई मशीनरियों के हिंदी -गद्य-पद्य साहित्य

Books by यस. आनंदकृष्णन

When the Christian missionaries came to India ,they knew that Indians are very fond of their mother tongue .The easy way to attract people towards Chiristianity, it is needed to preach through Indian languages .They translate Bible and Prayer songs in Indian languages. This is the short introduction in Hindi about how they did it successfully.

 

বেশি পড়ুন... Buy Now

मतिनंत की नव कवितायें -भाग 2

Books by यस. आनंदकृष्णन

मेरा नाम यश.अनंतकृष्णन  है। 
 मैं  अपने विचारों  को अपनी भाषा  अपनी शैली,  अपने  विचार  के आधार  पर फेसबुक  के विभिन्न दलों  को भेज  रहा हूँ।   उनके प्रोत्साह

বেশি পড়ুন... Buy Now

கபிர் கே தோஹே (பாகம்-2)

Books by S.அனந்தகிருஷ்ணன்

ஹிந்தியில்  பக்தி  காலத்தில்  ஞான மார்க்கம் தோற்றுவித்தவர் கபீர் தாஸ் .       

இறைவனை அடைய ஞானம் வேண்டும் .

ஹிந்தி இலக்கியத்தில் அவர்  சொல்லின் சர்வாதிகாரி எ

বেশি পড়ুন... Buy Now

दुःख चालीसा

Books by यस. आनंदकृष्णन

In a narpathu means  sorrows in the life and how to face them

বেশি পড়ুন... Buy Now

আপনার প্রোফাইলে বদল করুন

সর্বাধিক আকার: ৫ এম বি.
যেই ফরম্যাট গুলি প্রহণযোগ্য: .jpg,. Jpeg,. png
https://notionpress.com/author/