ईश्वर की प्रेरणा और माता-पिता व गुरुजनों के आशीर्वाद से मैंने अपने जीवन के अनुभव को लिखना शुरू किया। कहां तक सफल हूँ यह मैं नहीं जानती किन्तु इतना जरूर है कि जो भी लिखा अंतर्मन की प्रेरणा से पूरी ईमानदारी और साफगोई से लिखा । मेरी जीवन यात्रा के अनुभव काव्य स्वरूप में अंतःकरण काव्य संग्रह के माध्यम से आप सभी सुधि पाठकों के समक्ष प्रस्तुत है । आशा है माँ सरस्वती की कृपा से आपकी स्नेहमय और सकारात्मक प्रतिक्रिया मेरी काव्य साधना को परिष्कृत करेगी ।