कहानी है दीपक की, जोकि एक मध्यम वर्गीय परिवार का लड़का है और उसने इसी साल कक्षा 12 पास किया है , आगे लक्ष्य निर्धारित न होने की वजह से उसने अपने शहर रायबरेली के ही फ़िरोज़ गाँधी कॉलेज (जोकि एक सरकारी कॉलेज है ) में एडमिशन ले लिया , अब आप पढ़िएगा किताब में कि अंग्रेजी माध्यम, वह भी ICSE बोर्ड से पढ़े हुए दीपक को कैसा माहौल मिलता है एक सरकारी कॉलेज में | पेश है कॉमेडी से भरपूर फ़िरोज़ गाँधी कॉलेज की कहानी शान्तनु वर्मा की ज़ुबानी- B.A. पार्ट 1 |