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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palबिहार का रहने वाला हूं
पिज्जा,बर्गर की है बात अलग
पर मैं लिट्टी चोखा खाता हूं
बिहार का रहने वाला हूं
वहीं का गुण गाता हूं ।।
बुद्ध की भूमि है गुरु गोविंद का जन्म स्थान है
सदियों से बिहार की एक अलग पहचान है,
यहीं के चाणक्य ने सबको कूटनीति सिखाया है
बौद्ध मठों के कारण के जगह बिहार कहलाया है
बिहारी को गंवार समझने वाले को मैं यहां का इतिहास बताता हूं
बिहार का रहने वाला हूं
वहीं का गुण गाता हूं ।।
भोजपुरी भाषा में एक अलग ही मिठास है,
देखो यहां का छठ पर्व ये भी सबसे महान और खास है ।
यहां का सबसे पुराना साम्राज्य मौर्य साम्राज्य की अलग कहानी है,
वीर कुअर की गाथाएं आज भी याद जुबानी है
जो गिनते है बिहार की गलतियां
तो यहां जन्मे आर्यभट के शून्य का महत्व सिखाता हूं,
बिहार का रहने वाला हूं
वहीं का गुण गाता हूं ।।
इसी पावन भूमि पर जन्मी मां सीता है,
वाल्मीकि यहीं के रहे जिन्होंने रामायण लिखा है ।
नालंदा विश्वविद्यालय में अध्ययन किया पूरा संसार है
देश को पहले राष्ट्रपति देने वाला मेरा ही बिहार है
जो बोलते दिमाग नही बिहारियों के पास
उनको यहां के हजारों IAS , IPS से मिलाता हूं,
बिहार का रहने वाला हूं
वहीं का गुण गाता हूं ।।
सुशांत, बाजपेई , त्रिपाठी जैसे
अभिनयकार का ये घर है,
आज भी यहां के बच्चे सोने से
पहले दबाते मां बाप के पैर है ।
हमारी सभ्यता इतिहास में सबसे खास है,
हमे उगते और डूबते सूर्य में विश्वास है
महिमा अपार है बिहार की
जो मैं सबको सुनाता हूं
बिहार का रहने वाला हूं
वहीं का गुण गाता हूं ।।
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.हिमांशु रंजन "समीर"
यह एक छोटे से शहर औरंगाबाद बिहार से पी एंड पी प्रकाशन के संस्थापक हिमांशु रंजन समीर हैं। उन्होंने सिन्हा कॉलेज, औरंगाबाद से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। एक किताब प्रेमी, अच्छा रसोइया, और छात्रों को कोचिंग भी देता है। उन्होंने अपने स्कूल के दिनों में लिखना शुरू किया था। उन्हें कविताएं, लघु कथाएं, उद्धरण, गीत, फिल्म स्क्रिप्ट आदि लिखना पसंद है। वह अपनी मां के लिए एक आईएएस अधिकारी बनना चाहते हैं। उनकी दयालुता और सादगी के कारण लोग उन्हें सोनू कहते हैं। वह गरीब बच्चों के लिए एक मुफ्त स्कूल बनाना चाहते हैं। वह सभी को खुश करना पसंद करते हैं, उन्होंने कई संकलनों में सह-लेखक के रूप में काम किया है। श्री सत्यम कुमार उनके आदर्श हैं। आप उन्हें इंस्टाग्राम पर देख सकते हैं:- iamhrsamer
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