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Bouquet / बुके [ग़ज़ल-गीत संग्रह]

Author Name: Kailash Mishra 'doshi' | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

बुके - जी हाँ, बुके यानी गुलदस्ता अर्थात पुष्प-गुच्छ – जिसमें विगत लगभग पचास वर्षों से लेकर अद्यतन विभिन्न – कुछ छोटे –कुछ बड़े – कुछ सादे तो कुछ रंगीन – पुष्प संजोये हुए हैं | सच मानिए , वे भले कुछ कुम्हलाये-से दृष्टिगत हों , पर उनकी भीनी-भीनी सुगंध आज भी उनमें विद्यमान है | उन्हें बड़े यत्न पूर्वक सहेजा एवं संवारा जाकर अब कांपते हाथों से आपको समर्पित है | इस गुच्छ में भले ही जल-कण की बूँदें अप्राप्त हों , पर स्मृतियों के स्नेह-मिश्रित अश्रु- कणों से आप्लावित पुष्प आज भी आपको अवश्य ही आर्द्र कर देंगे – ऐसा मेरा विश्वास है |  

लीजिये- थामिए इस बुके को | 

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कैलाश मिश्र 'दोषी'

कैलाश मिश्र पिछले पचास वर्षों से दस से अधिक साहित्यिक कृतियों - कहानियां, उपन्यास, नाटक और ग़ज़ल-गीत - के लेखक रहे हैं | उनकी रचनाऒं में - `अधूरे-सपनेॆ (कहानी-संग्रह)`, `सोने की हथकड़ियाँ (कहानी-संग्रह)`, `खैराती (लघु उपन्यास)`, `रामबोला (नाटक)`, `आँचल की धूप (नाटक)`, `अधिकार, अवज्ञा एवं सन्मति (एकांकी-नाटक)`, `रावण-गाथा` - शामिल हैं|

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